Flood in Gorakhpur: तेज हुई राप्ती नदी के जलस्तर में गिरावट की रफ्तार, कम हुआ बाढ़ा का खतरा

Flood threat in Gorakhpur पिछले 24 घंटे में राप्ती नदी के जलस्तर में 23 सेमी की कमी हुई है। शुक्रवार की शाम चार बजे से शनिवार की सुबह आठ बजे तक 16 घंटे में नदी 14 सेंटीमीटर नीचे आयी थी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 10:30 AM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 10:30 AM (IST)
Flood in Gorakhpur: तेज हुई राप्ती नदी के जलस्तर में गिरावट की रफ्तार, कम हुआ बाढ़ा का खतरा
गोरखपुर में राप्‍ती नदी के जलस्‍तर में लगातार ग‍िरावट आ रही है। - जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर में बाढ़ की स्थिति में अगले कुछ दिनों में सुधार देखने को मिल सकता है। राप्ती नदी के जलस्तर में गिरावट की रफ्तार तेज हो गई है। पहले जहां नदी एक घंटे में करीब आधा सेंटीमीटर कम हो रही थी वहीं अब नदी के जलस्तर में प्रतिघंटे एक सेमी से अधिक की गिरावट हो रही है। रोहिन नदी पहले से ही चेतावनी बिन्दु के नीचे पहुंच चुकी है। हालांकि सरयू नदी का जलस्तर अयोध्या पुल एवं तुर्तीपार, दोनों स्थानों पर बढ़त पर है। राप्ती नदी के जलस्तर में कमी का नतीजा यह हुआ है कि पिछले दो दिन में करीब 20 गांव बाढ़ से मुक्त हो चुके हैं।

हर घंटे हो रही हर एक सेमी से अधिक की गिरावट

पिछले 24 घंटे में राप्ती नदी के जलस्तर में 23 सेमी की कमी हुई है। शुक्रवार की शाम चार बजे से शनिवार की सुबह आठ बजे तक 16 घंटे में नदी 14 सेंटीमीटर नीचे आयी थी जबकि शनिवार की सुबह आठ बजे से शाम चार बजे के बीच आठ घंटों में नदी के जलस्तर में नौ सेमी की कमी हुई है। यह नदी खतरे के निशान से अभी भी 1.16 मीटर ऊपर बह रही है। शुक्रवार की शाम रोहिन नदी का जलस्तर 80.17 मीटर दर्ज किया गया। यह नदी खतरे के निशान से 2.27 मीटर नीचे आ चुकी है। सरयू नदी का जलस्तर अयोध्या पुल के पास 92.57 मीटर रिकार्ड किया गया। नदी का जलस्तर बढ़ रहा है लेकिन यह नदी खतरे के निशान से नीचे है। बलिया जिले के तुर्तीपार में इस नदी का जलस्तर 64.26 मीटर है और यहां भी जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है।

अब भी खतरे से ऊपर है गोर्रा

गोर्रा नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है लेकिन जलस्तर में कमी हो रही है। यह नदी शुक्रवार की शाम चार बजे 71.45 मीटर पर बह रही है। खतरे के निशान से नदी 95 सेमी ऊपर रह गई है। एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश सिंह ने बताया कि जिले में बाढ़ से 363 गांव प्रभावित हैं। इन गांवों में 504 नाव लगाई गई है। जिले में 3.12 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। अब तक 56642 राहत खाद्यान्न किट का वितरण किया जा चुका है। 16 हजार से अधिक भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं।

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