प्रापर्टी डीलर हत्‍याकांड : ऐशो-आराम की जिंदगी जीने वाली मां-बेटी हैं हत्‍यारोपित, पुलिस पकड़ से दूर Gorakhpur News

प्रापर्टी डीलर की मौत के बाद पुलिस और आसपास के लोग जब मौके पर पहुंचे तो आकृति के घर की अंदर की व्यवस्था देखकर हर कोई चौंक गया। घर में अत्याधुनिक जीवन शैली के सारे संसाधन मौजूद थे।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Tue, 26 Nov 2019 07:30 PM (IST) Updated:Tue, 26 Nov 2019 07:30 PM (IST)
प्रापर्टी डीलर हत्‍याकांड : ऐशो-आराम की जिंदगी जीने वाली मां-बेटी हैं हत्‍यारोपित, पुलिस पकड़ से दूर Gorakhpur News
प्रापर्टी डीलर हत्‍याकांड : ऐशो-आराम की जिंदगी जीने वाली मां-बेटी हैं हत्‍यारोपित, पुलिस पकड़ से दूर Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। खोराबार के ब्लाक प्रमुख शैलेश यादव के चचेरे भाई और प्रापर्टी डीलर बलराम यादव की हत्या में अभियुक्त बनाई गई मां-बेटी का अभी कोई सुराग नहीं लग पाया है। गोली लगने से प्रापर्टी डीलर की मौत होने के बाद से ही दोनों फरार हैं। शुरू में घटना को खुदकुशी बताने वाली पुलिस हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपित मां-बेटी का पता लगाने के लिए एक महिला सहित कई अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

बंद कमरे में मिला पांच साल का बालक

खोराबार के मदरहवा टोला निवासी बलराम यादव, प्रापर्टी डीलिंग का करते थे। शनिवार की रात रामनगर कडज़हां में रहने वाली नर्स आकृति दुबे के घर के गेट पर उनकी लाश मिली थी। सिर में गोली लगी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की तो घर के एक कमरे में बंद पांच वर्ष का बालक मिला। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने प्रापर्टी डीलर के खुदकशी करने का दावा किया।

उधर बलराम के परिजन, घटना के बाद से ही आकृति दुबे और उसकी मां पर हत्या करने का आरोप लगाने लगे थे। उनके मुताबिक बलराम ने रामनगर कडज़हां में आकृति दुबे के घर के पास जमीन खरीद कर प्लाटिंग कर रखी थी। अक्सर शाम को वह प्लाट पर जाते रहते थे। शनिवार की शाम को भी प्लाट पर गए थे। परिजनों की माने तो आकृति दुबे उनको बुलाकर अपने घर में ले गई। बाद में घर के अंदर उसने मां व चार अन्य लोगों के साथ मिलकर उनकी हत्या कर दी। बलराम के बड़े भाई की तहरीर पर इस मामले में रविवार को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।

कई स्‍थानों पर हुई छापेमारी

आरोपित मां-बेटी की तलाश में पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की है, लेकिन उनका सुराग नहीं लग पाया। उनकी एक महिला रिश्तेदार सहित आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ जारी है।

मां-बेटी के ऐश भरी जिंदगी के लिए कहां से आता था धन

प्रापर्टी डीलर बलराम यादव की हत्या में अभियुक्त बनाई गईं मां-बेटी का जीवन शैली काफी ऐश-ओ-आराम वाली थी। घर में अत्याधुनिक जीवन शैली सारे संसाधन मौजूद थे। तब जबकि मां-बेटी की आया का एक मात्र स्रोत उनकी नर्स की नौकरी थी। छोटी आय के बाद भी उनकी हाई-फाई जीवन शैली को लेकर क्षेत्र में कई तरह की चर्चाएं हैं।

प्रापर्टी डीलर की हत्या के बाद चर्चा में आई नर्स आकृति दुबे की मां शालिनी दुबे भी इसी पेशे में थी। वह सरदार नगर के एक अस्पताल में नर्स थी। आकृति, गोरखनाथ इलाके में स्थित एक निजी अस्पताल में नौकरी करती थी।

कमरे में थे कीमती सामान

प्रापर्टी डीलर की मौत के बाद पुलिस और आसपास के लोग जब मौके पर पहुंचे तो आकृति के घर की अंदर की व्यवस्था देखकर हर कोई चौंक गया। फर्श और दीवारों पर जहां महंगे टाइल्स लगे थे वहीं सोफे व अन्य सामान भी काफी कीमती दिख रहे थे। मां-बेटी ने इन चीजों का इंतजाम कैसे किया, के सवाल पर आसपास के लोग उनके बारे में कई तरह की बातें बताने लगते हैं।

स्‍थानीय लोगों से नहीं थी बातचीत

बताते हैं कि आकृति की मां शालिनी की शादी, वाराणसी के एक डॉक्टर के साथ हुई थी। आकृति दुबे उसी डॉक्टर की बेटी है। बाद में पति-पत्नी के बीच विवाद होने पर शालिनी गोरखपुर आकर रहने लगी।  यहां उसके घर चौरीचौरा क्षेत्र का एक व्यक्ति रहता था। शालिनी लोगों से उसका परिचय पति के तौर पर कराती थी। दोनों स्थानीय लोगों से काफी दूरी बनाकर रहती थीं।

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