हास्टल न खाली कराने की मांग लेकर सीएम कैंप कार्यालय पहुंचे छात्र Gorakhpur News

छात्रों ने बताया कि अभी उनकी मौखिक परीक्षा सम्पन्न नहीं हो सकी है और जल्द ही आफलाइन कक्षाएं भी संचालित होंगी। ऐसी स्थिति में वह अपना सामान लेकर इतनी कम अवधि के लिए कहां जाएंगे। ऐसे में उनसे जबरन हास्टल खाली कराना उचित नहीं है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 26 Dec 2020 06:30 PM (IST) Updated:Sat, 26 Dec 2020 06:30 PM (IST)
हास्टल न खाली कराने की मांग लेकर सीएम कैंप कार्यालय पहुंचे छात्र Gorakhpur News
गोरखपुर विश्‍वविद्यालय छात्रावास खाली कराये जाने के विरोध में गोरखनाथ मंदिर में ज्ञापन देने पहुंचे छात्र।

गोरखपुर, जेएनएन। हास्टल खाली कराने को लेकर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन के फैसले से छात्र आंदोलित हैं। हास्टल में रहने वाले परास्नातक और विधि छात्र गोरखनाथ मंदिर स्थित मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय पहुंचे और वहां मौजूद जिम्मेदारों से हास्टल खाली न कराने की गुहार लगाई।

मौखिक परीक्षा अभी बाकी

छात्रों ने बताया कि अभी उनकी मौखिक परीक्षा सम्पन्न नहीं हो सकी है और जल्द ही आफलाइन कक्षाएं भी संचालित होंगी। ऐसी स्थिति में वह अपना सामान लेकर इतनी कम अवधि के लिए कहां जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि परास्नातक के सभी वर्गों की कक्षाएं नियमित रूप से चल रही है, ऐसे में उनसे जबरन हास्टल खाली कराना उचित नहीं। छात्रों ने इसे लेकर भय भी जताया कि उन्हें हास्टल खाली कराने के लिए पुलिस-प्रशासन से दुव्र्यवहार का भी डर है। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में केवल चार छात्रों को ही पक्ष रखने के लिए बुलाया गया। मंदिर जाने वालों में छात्रों में प्रत्युष दुबे, नितेश मिश्रा, पीयूष द्विवेदी, निखिल चंद्र उपाध्याय, अविनाश त्रिपाठी, अनूप मिश्रा, मनोहर मिश्रा, चंद्र प्रकाश गुप्ता, अमन वर्मा, पुष्पेंद्र पांडेय आदि शामिल रहे।

आसान नहीं है हास्टल खाली कराना

विश्वविद्यालयों के हास्टल को खाली कराना आसान नहीं है। करीब 50 फीसद कमरों में ताले लगे हुए हैं। खाली कराने के लिए उन कमरों का ताला तोडऩा होगा। इसे लेकर हास्टल के अभिरक्षक और अधीक्षक असमंजस में हैं।

27 तक बन जाएगी हास्टल खाली न करने वालों की सूची

विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने सभी हास्टल अभिरक्षकों को पत्र लिखकर 27 दिसंबर तक छात्रावास को खाली कराने और जो छात्र खाली नहीं करते हैं उनकी सूची शाम पांच बजे तक देनेे को कहा है। इस निर्देश के बाद कई वार्डेन ने शुक्रवार को कमरे में ताला लगाने वाले छात्रों के मोबाइल पर फोन कर कमरा खाली करने को कहा है। साथ ही खाली नहीं करने पर उनके निष्कासन की चेतावनी भी दी है।

जल्द पूरी की जाए हास्टलों की मरम्मत

हास्टलों की मरम्मत न होने पर कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने मुख्य नियंता और अधिष्ठाता छात्र कल्याण से कहा है कि हर हाल में आने वाले 10 दिन में मरम्मत सुनिश्चित कर लिया जाए। इस संबंध में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कुलपति प्रो. राजेश सिंह का कहना है कि सैनिटाइज करने के लिए हास्टल को खाली कराया जा रहा है। यूजीसी की इसे लेकर गाइड लाइन भी जारी हुई है। सैनिटाइजेशन के बाद तत्काल परास्नातक और शोध के विद्यार्थियों को हास्टल आवंटित कर दिया जएगा। इस निर्णय की जानकारी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय को भी दे दी गई है।

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