आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी ने एसटीएफ से मांगी मदद Gorakhpur News
21 को एसआइटी ने आजमगढ़ और मऊ के एआरटीओ प्रवर्तन पीटीओ और सिपाहियों को नोटिस भेजकर तीन कार्य दिवस के अंदर पूछताछ के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया था।
गोरखपुर, जेएनएन। ट्रक ओवरलोड कांड में संदेह के दायरे में आए विभिन्न जिलों के एआरटीओ, पीटीओ और अन्य कर्मचारियों के पूछताछ के लिए उपस्थित न होने पर एसआइटी (विशेष जांच दल) ने उनको गिरफ्तार करने का निर्णय लिया है। इसमें एसटीएफ से मदद भी मांगी है। इसके लिए एसआइटी प्रभारी ने एसटीएफ के आइजी को पत्र लिखा है। बुधवार की देर शाम विशेष वाहक यह पत्र लेकर लखनऊ के लिए रवाना हुआ।
ऐसे खुला था भेद
एसटीएफ गोरखपुर की टीम ने बेलीपार इलाके में स्थित मधुबन होटल के मालिक धर्मपाल सिंह सहित छह को गिरफ्तार कर ओवरलोड ट्रकों से वसूली का पर्दाफाश किया था। छानबीन में पता चला था कि होटल मालिक और उसके रैकेट से जुड़े लोग विभिन्न जिलों के एआरटीओ, पीटीओ और प्रवर्तन दल के सिपाहियों से सांठगांठ कर ओवरलोड ट्रकों को पार कराते हैं। बदले में ट्रक आपरेटरों से मोटी रकम वसूल करते हैं। एसटीएफ ने करोड़ों के इस खेल में शामिल आरटीओ कर्मचारियों का नाम भी उजागर किया था।
आरटीओ कर्मचारियों के पूछताछ के लिए उपलब्ध न होने पर बढ़ी सख्ती
इस मामले की जांच के लिए सीओ कैंट सुमित शुक्ल के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है। 21 को एसआइटी ने आजमगढ़ और मऊ के एआरटीओ प्रवर्तन, पीटीओ और सिपाहियों को नोटिस भेजकर तीन कार्य दिवस के अंदर पूछताछ के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया था। उन्होंने नोटिस रिसीव भी किया था, लेकिन पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए। दो दिन पहले गाजीपुर, जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर, देवरिया, बस्ती, महराजगंज और संतकबीरनगर के एआरटीओ प्रवर्तन तथा संदेह के दायरे में आए अन्य कर्मचारियों को पूछताछ के लिए उपस्थित होने का नोटिस भेजा था।
अब इनकी होगी गिरफ्तारी
इन जिलों के अधिकारी, कर्मचारी भी उपस्थित नहीं हुए। इनके इस रवैये को गंभीरता से लेते हुए एसआइटी ने इनको गिरफ्तार कर पूछताछ करने का निर्णय लिया है।