सीएम योगी की मौजूदगी में अखंड ज्योति के साथ निकली भव्य शोभा यात्रा

महंत दिग्विजयनाथ की 49वीं और महंत अवेद्यनाथ की 4वीं पुण्यतिथि समारोह की शुरुआत शनिवार को गोरखनाथ मंदिर में हुई। इस दौरान सीएम योगी भी मौजूद रहे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 03:52 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 03:54 PM (IST)
सीएम योगी की मौजूदगी में अखंड ज्योति के साथ निकली भव्य शोभा यात्रा
सीएम योगी की मौजूदगी में अखंड ज्योति के साथ निकली भव्य शोभा यात्रा

गोरखपुर, (जेएनएन)। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 49वीं और महंत अवेद्यनाथ की 4वीं पुण्यतिथि समारोह की शुरुआत शनिवार को गोरखनाथ मंदिर में पूरी भव्य शोभायात्रा के साथ हुई। परंपरागत रूप से गुरु गोरक्षनाथ के नाम की अखंड ज्योति जली और उसे वाल्मीकि रामायण के साथ गाजे-बाजे के बीच व्यास पीठ पर स्थापित करके रामकथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ किया गया। गोरक्षपीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति आयोजन का खास आकर्षण रही।

आयोजन के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर 12.55 बजे मंदिर पहुंचे उसके बाद उन्होंने राम कथा के यजमानों के परिवार वालों से मुलाकात की। उसके बाद मुख्यमंत्री अपने कक्ष से अखंड ज्योति की स्थापना के लिए निकले तो बैंडबाजे की तेज धुन से मंदिर परिसर गूंज उठा। मुख्यमंत्री गुरु गोरक्षनाथ के मंदिर में गए और वहां उन्होंने गुरु के नाम की अखंड ज्योति और वाल्मीकि रामायण की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्राण-प्रतिष्ठा की। उसके बाद भव्य शोभायात्रा निकली। आगे-आगे यजमान जवाहर कसौधन सिर पर वाल्मीकि रामायण लेकर चल रहे थे, उनके पीछे प्रधान पुजारी कमलनाथ अखंड ज्योति लिए चल रहे थे। इनके बीच अन्य यजमानों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शोभायात्रा में शामिल हुए। शोभायात्रा ब्रम्हलीन महंत दिग्विजय नाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थली पर पहुँची। यहाँ योगी आदित्यनाथ ने पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद गाजे-बाजे की धुन की गूंज के बीच यह शोभा यात्रा दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार पहुंची, जहां व्यासपीठ पर अखंड ज्योति और वाल्मीकि रामायण को स्थापित किया गया। उसके बाद रामकथा का शुभारंभ हुआ। दिगंबर अखाड़ा अयोध्या के महंत सुरेश दास ने रामकथा का महात्म्य बताया।

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