जानें- क्‍यों ट्रेन यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर देंगे सुरक्षाकर्मी Gorakhpur News

अब एस्कोर्ट में चलने वाले पुलिसकर्मी अब यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर बताएंगे। ताकि जरूरत पडऩे पर यात्री उनकी मदद ले सकें। टीटीई गार्ड और पायलट के पास भी उनका नंबर रहेगा।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 11:00 AM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 11:00 AM (IST)
जानें- क्‍यों ट्रेन यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर देंगे सुरक्षाकर्मी Gorakhpur News
जानें- क्‍यों ट्रेन यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर देंगे सुरक्षाकर्मी Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। ट्रेनों में अक्सर लूट, छिनैती, चोरी व जहरखुरानी की घटनाएं होती रहती हैं। कई बार यात्रियों को पता भी नहीं होता है कि ट्रेन में एस्कोर्ट ड्यूटी में सुरक्षाकर्मी के रूप में पुलिस वाले भी मौजूद हैं। ऐसे में अब एस्कोर्ट में चलने वाले पुलिसकर्मी अब यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर बताएंगे। ताकि जरूरत पडऩे पर यात्री उनकी मदद ले सकें।

इनके पास भी रहेगा नंबर

इसके अलावा टीटीई, गार्ड और पायलट के पास भी इन पुलिस कर्मियों का मोबाइल नंबर रहेगा। अभी तक की व्यवस्था के तहत चलती ट्रेन में अपराध होने अथवा आपात स्थिति की सूचना देने के लिए यात्रियों को जोनल रेलवे के नंबर अथवा पुलिस सहायता नंबर 100 को डायल करना पड़ता है। इस नंबर के डायल करने के बाद पुलिस सहायता मिलने में अधिक समय लग जाता है। तब तक ट्रेन कई किलोमीटर का सफर तय कर चुकी होती है।

यात्रियों की सुरक्षा के लिए नई व्‍यवस्‍था

यात्रियों को त्वरित सहायता मिल सके, इसके लिए एसपी रेलवे पुष्पांजलि देवी ने नई व्यवस्था शुरू की है। ट्रेन में एस्कोर्ट करने वाले पुलिस कर्मी सभी कोचों में जाकर यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर देंगे। किसी संदिग्ध के दिखने या कोई परेशानी होने पर तुरंत फोन करने का आग्रह भी करेंगे। इसके अलवा एस्कोर्ट करने वाले सिपाही लोको पायलट, गार्ड व टीटीई से एक-दूसरे का नंबर शेयर करेंगे। ताकि आपात स्थिति में सूचना का आदान-प्रदान कर सकें।

सीओ और थानेदार करेंगे मानीटरिंग

इस संबंध में एसपी रेलवे पुष्‍पांजलि देवी का कहना है कि ट्रेन में तैनात सुरक्षाकर्मी यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर देंगे। ताकि सूचना मिलने पर सुरक्षाकर्मी संबंधित यात्री के पास सहायता के लिए तुरंत पहुंच जाएं। सीओ और थानेदार इसकी मॉनीटरिंग करेंगे। 

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