रिटायर्ड रेलकर्मियों के फीडबैक से अपना सिस्टम सुधारेगा रेलवे Gorakhpur News
रेलवे बोर्ड ने रिटायर्ड रेलकर्मियों से जुड़कर उनके अनुभवों से सीखने व सिस्टम को और बेहतर बनाने के लिए अनुभव पोर्टल लांच किया है।
गोरखपुर, जेएनएन। रिटायर्ड रेलकर्मियों से जुड़कर उनके अनुभवों से सीखने व सिस्टम को और बेहतर बनाने को लेकर रेलवे बोर्ड ने अनुभव पोर्टल लांच किया है। इसके जरिये पहली बार वे अपने अनुभवों को रेलवे से आनलाइन साझा कर सकेंगे। मिलने वाली फीडबैक को विभाग पूरी गंभीरता से लेगा।
बोर्ड ने लांच किया पोर्टल, सिस्टम को बेहतर बनाने की कोशिश
रेलवे के किसी भी विभाग के रिटायर्ड रेलकर्मी इस पोर्टल पर अपना अनुभव साझा कर सकते हैं। पहले उन्हें रेलवे की वेबसाइट पर लिंक के जरिये अनुभव पोर्टल खोलना होगा। पहले पेज पर अपना पंजीकरण करना होगा। इसमें फोटोग्राफ के साथ नाम, विभाग, पद, ग्रेड पेल लेवल, मोबाइल नंबर, पैन कार्ड और ई मेल लिखना होगा। दूसरे पेज पर अपने अपनी बात लिखनी होगी। इसके लिए अधिकतम 20 हजार शब्द निर्धारित है। बगल में ही एक सुझाव बाक्स होगा, जिसमें अपना अहम सुझाव भी रेलवे तक पहुंचा सकते हैं।
सेवानिवृत्ति के बाद पूरी तरह से कट जाते थे रेलवे कर्मचारी
दरअसल, रिटायर्ड होने के बाद रेलकर्मी एकाकी हो जाते हैं। नौकरी के दौरान के अनुभव उनके मन में चलते रहते हैं। न परिवार के लोग उस पर चर्चा करते हैं और न रेलवे प्रशासन के पास उनकी बात सुनने की फुर्सत है। वरिष्ठ रेलकर्मियों के पास बहुत सारे ऐसे अनुभव होते हैं, जिसका फायदा रेलवे को मिल सकता है। ऐसे में रेलवे बोर्ड ने अपने वरिष्ठ रेल कर्मियों के लिए सोशल प्लेटफार्म तैयार किया है।
रिटायर्ड रेलकर्मी अनुभव पोर्टल पर अपना अनुभव साझा कर सकते हैं। इसका लिंक इंडियन रेलवे के वेबसाइट पर उपलब्ध है। - पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे