अब Coronavirus संक्रमित मरीज भी हो सकेंगे होम क्वारंटाइन Gorakhpur News

कोरोना संक्रमित मरीज भी अब अपने घर में क्‍वारंटाइन हो सकेंगे। शासन ने यह नई व्‍यवस्‍था दी है। बिना संक्रमित मरीजों की स्‍वास्‍थ्‍य विभाग घर जाकर जांच करती रहेगी।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Mon, 18 May 2020 06:30 PM (IST) Updated:Mon, 18 May 2020 06:30 PM (IST)
अब Coronavirus संक्रमित मरीज भी हो सकेंगे होम क्वारंटाइन Gorakhpur News
अब Coronavirus संक्रमित मरीज भी हो सकेंगे होम क्वारंटाइन Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। अभी तक बाहर से आए हुए ऐसे लोगों को होम क्वारंटाइन या घर पर एकांतवास मे रहने की इजाजत थी, जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। पर बदली व्यवस्था के तहत घर पर यदि अलग रहने की सुविधा है और शौचालययुक्त कमरा है तो बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव भी घर पर क्वारंटाइन रह सकेंगे। इस संबंध में शासन ने निर्देश जारी कर दिया है। ऐसे लोगों की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल लाया जाएगा।

बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों की स्वास्थ्य विभाग की टीम करेगी निगरानी

घर पर रहने के दौरान बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों की स्वास्थ्य विभाग की टीम निगरानी करती रहेगी। वहीं से नमूने लेकर उनकी दूसरी व तीसरी जांच कराई जाएगी। उन्हें अस्पताल में 14 दिन रहने की जरूरत नहीं होगी। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी के मुताबिक यदि होम क्वारंटाइन के दौरान उनकी तबीयत खराब होती है, छींक, सर्दी, जुकाम जैसे कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें तत्काल बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया जाएगा। 80 फीसद पॉजिटिव मरीजों में कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। शासन के इस नए निर्देश से ऐसे लोगों को राहत मिलेगी।

मेडिकल कॉलेज का माइक्रोबायोलॉजी विभाग करेगा गोरखपुर मंडल के नमूनों की जांच

संख्या बढऩे से गोरखपुर मंडल के कोरोना संक्रमण के नमूनों की जांच की जिम्मेदारी बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को दे दी गई है। क्षेत्रीय आयुॢवज्ञान अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) बस्ती व आजमगढ़ मंडल के जिलों के नमूनों की जांच करेगा। साथ ही अयोध्या के नमूने अब जांच के लिए लखनऊ भेजे जाएंगे। पहले इन सभी जिलों के नमूनों की जांच आरएमआरसी के जिम्मे थी। वाराणसी के नमूने अब यहां आने बंद हो गए हैं।

जब बस्ती मंडल में कोरोना के मामले बढऩे लगे तो इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) की गोरखपुर स्थित शाखा आरएमआरसी ने जांच शुरू की थी। यहां बस्ती और गोरखपुर मंडल के अलावा अयोध्या जिले की जांच भी हो रही थी। इस बीच आजमगढ़ मंडल और वाराणसी के भी नमूने आने लगे। इससे आरएमआरसी पर जांच का दबाव ज्यादा बढ़ गया। इसे देखते हुए आइसीएमआर ने मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को भी जांच की अनुमति दे दी। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि जांच के नतीजे बेहतर आने पर अब शासन ने गोरखपुर मंडल के गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया और महराजगंज जिले की जांच की जिम्मेदारी माइक्रोबायोलॉजी विभाग को दे दी है। आरएमआरसी को बस्ती मंडल के बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर व आजमगढ़ मंडल के आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर की जांच की जिम्मेदारी मिली है।

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