Coronavirus: मौत की सबसे बड़ी वजह लापरवाही, सर्वे से हुई जानकारी Gorakhpur News

मरीजों की केस हिस्ट्री के अध्यन से पता चलता है कि यदि समय रहते संक्रमित मरीज सतर्क हो जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी पर ऐसा नहीं हुआ।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 05:34 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 05:34 PM (IST)
Coronavirus: मौत की सबसे बड़ी वजह लापरवाही, सर्वे से हुई जानकारी Gorakhpur News
Coronavirus: मौत की सबसे बड़ी वजह लापरवाही, सर्वे से हुई जानकारी Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना से हो रही मौतों की सबसे बड़ी वजह लापरवाही है। लक्षणों को नजरअंदाज कर रहे लोग मौत का खतरा मोल लेते हैं। बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज सहित अन्य अस्पतालों में कोरोना से जिनकी भी मौत हुई, उनमें से ज्यादातर लोग गंभीर स्थिति में पहुंचे थे। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की। बाहर के डॉक्टरों से भी टेली मेडिसिन के जरिये परामर्श लिया गया। इलाज के सभी संसाधन उपलब्ध कराए गए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। इसके लिए पहले से सावधान रहने की जरूरत है।

लक्षण नजरअंदाज करने से बढ़ जाता है मर्ज

यह जानकारी एक सर्वे में मिली है। बताया गया है कि मरीजों की लापरवाही इसमें प्रमुख कारण हैं। उनकी केस हिस्ट्री के अध्यन से पता चलता है कि यदि समय रहते संक्रमित मरीज सतर्क हो जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी, पर ऐसा नहीं हुआ। कुल मिलाकर लक्षणों को नजरअंदाज करने की जरूरत नहीं है। अधिकतर केस में पाया गया है कि मरीज लक्षण को नजरअंदाज कर दे रहा है। इससे मर्ज बढ़ जा रहा है।

ऑक्सीजन लेवल कम होने से काम नहीं करते खास अंग

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार कहते हैं कि कई बार ऐसा होता है कि हल्का बुखार, सर्दी-जुकाम हुआ। बाजार से दवा लेकर खाने लगे। पता भी नहीं चलता और ऑक्सीजन लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है। इसके बाद सांस फूलने लगती है। ऑक्सीजन लेवल कम होने से किडनी, हार्ट, लीवर आदि महत्वपूर्ण अंग फेल होने लगते हैं। मेडिकल साइंस में इसे मल्टी आर्गन फेल्योर कहा जाता है। ऐसी स्थिति में पहुंचने के बाद मरीज बड़ी मुश्किल से बच पाता है, इसलिए हल्का भी लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करने की जरूरत है।

आक्सीजन लेवल जरूर चेक कराते रहना चाहिए

उधर, मेडिकल कॉलेज में टीबी एवं चेस्ट विभाग के अध्यक्ष डॉ.अश्विनी मिश्रा का कहना है कि आक्सीजन लेवल जरूर चेक कराते रहना चाहिए। थोड़ी भी तबीयत खराब होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। तभी हम मरीजों को बचा सकते हैं। इसमें लोगों को तत्परता बरतने की जरूरत है।

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