Road Accident: दो महीने में दो मौत से सकते में MMMUT प्रशासन, पहले कर्मचारी फिर छात्र ने गंवाई जान
Gorakhpur News एमएमएमयूटी गेट पर सड़क दुर्घटना में पहले एक कर्मचारी फिर एक छात्र की मौत होने से विश्वविद्यालय प्रशासन हिल गया है। कुलपति ने प्रशासन को पत्र लिखकर अतिक्रमण हटाने व स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग उठाई हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में इस समय सड़क दुर्घटना में एक कर्मचारी और एक छात्र की मौत की चर्चा है। विश्वविद्यालय गेट पर मात्र दो महीने में दो की मौत से शिक्षक और छात्र से लेकर कर्मचारियों तक तक सकते में हैं। घटना के कारणों की समीक्षा हो रही है। सभी इसके लिए प्रशासन को दोषी ठहरा रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के अलावा नगर आयुक्त को पत्र भी लिख दिया है।
ये है घटना का कारण
पत्र में विश्वविद्यालय घटना का कारण गेट के सामने ठेले वालों का अतिक्रमण और स्पीड ब्रेकर का न होना बताया है। यह भी बताया गया है कि जब भी ठेले वालों को हटाया जाता है, वह मात्र सप्ताह भर में फिर से अवैध रूप से पुराने स्थान पर काबिज हो जाते हैं, जिससे विश्वविद्यालय के लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है। इसके अलावा रंबलिंग स्ट्रिप या स्पीड ब्रेकर न से होने विश्वविद्यालय के सामने से गाड़ियां तेज रफ्तार से गुजरती हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है।
हथेली पर जान लेकर निकलते हैं छात्र
छात्र जान हथेली पर लेकर परिसर से निकलते हैं। इसके चलते ही दो महीने पहले हुई सड़क दुर्घटना में एक मेस कर्मचारी की मृत्यु हो गई थी और चार दिन पूर्व एक अन्य दुर्घटना में घायल एक छात्र ने मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शेर अली नाम का छात्र बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष का छात्र था।
क्या कहते हैं कुलपति
एमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि दो महीने में दुर्घटना के चलते हुई एक कर्मचारी व एक छात्र की मौत ने विश्वविद्यालय के हर व्यक्ति को हिलाकर रख दिया है। इसकी वजह की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी व एसएसपी को पत्र लिखा गया है। विश्वविद्यालय के सामने से ठेलों का अतिक्रमण हटाने व रंबलिंग स्ट्रिप या स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग की गई है।