लापरवाही थी अथवा छात्र की बिगड़ी थी तबीयत, शुरू हुई जांच, पुलिस ने ठीकेदार मांगा अनुमति पत्र Gorakhpur News

प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ताल राणा देवेंद्र सिंह ने जार्बिंग बाल संचालन के लिए बने सेंटर पर पहुंचे। निरीक्षण के बाद सेंटर पर उपलब्ध संसाधन की वीडियोग्राफी कराई। ठीकेदार से बात की।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Fri, 14 Feb 2020 12:00 PM (IST) Updated:Fri, 14 Feb 2020 02:08 PM (IST)
लापरवाही थी अथवा छात्र की बिगड़ी थी तबीयत, शुरू हुई जांच, पुलिस ने ठीकेदार मांगा अनुमति पत्र Gorakhpur News
लापरवाही थी अथवा छात्र की बिगड़ी थी तबीयत, शुरू हुई जांच, पुलिस ने ठीकेदार मांगा अनुमति पत्र Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। जार्बिंग बाल में छात्र की मौत लापरवाही से हुई या तबीयत बिगडऩे से, पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को थानेदार और चौकी प्रभारी ने मौके पर जाकर हादसे की जानकारी ली, लेकिन ठीकेदार और संचालक से मुलाकात नहीं हुई। फोन से बात कर जीडीए से मिले अनुमति पत्र के साथ सुरक्षा के लिए तय मानक की जानकारी मांगी है। 

प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ताल राणा देवेंद्र सिंह ने जार्बिंग बाल संचालन के लिए बने सेंटर पर पहुंचे। निरीक्षण के बाद सेंटर पर उपलब्ध संसाधन की वीडियोग्राफी कराई। ठीकेदार से फोन पर उन्होंने बात की। थानेदार ने नौकायन केंद्र पर काम करने वाले कर्मचारियों के साथ ही दुकानदारों से हादसे के बारे में पूछा। सभी ने जानकारी होने से इन्कार किया। 

हकीकत जानने के लिए दोस्तों से पुलिस करेगी बात 

अमन की मौत कैसे हुई इसकी जानकारी लेने के लिए पुलिस उसके दोस्तों से बात करेगी। बुधवार दोपहर में ही वह दोस्त के बर्थडे पार्टी में शामिल होने की बात कह घर से निकला था। शाम को उन लोगों के साथ ही नौकायन केंद्र पहुंचा। साथी ही उसे अस्पताल ले गए थे। 

छात्र के परिजनों ने नहीं दी तहरीर, शव लेकर गए गांव

आजमगढ़ के रहने वाले शिक्षक प्रदीप राय ने बेटे की मौत की सूचना पुलिस को नहीं दी है। मौत की पुष्टि होने के बाद बुधवार रात में ही परिवार के साथ शव लेकर गांव चले गए। गुरुवार सुबह पुलिस को समाचार पत्रों के माध्यम से हादसे की जानकारी मिली। रामगढ़ताल पुलिस ने परिवार से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने शिकायत करने से इन्कार कर दिया। खबर का संज्ञान लेकर पुलिस जांच कर रही है। 

यह है मामला 

आजमगढ़ जिले के हरैया निवासी शिक्षक प्रदीप राय कैंट क्षेत्र के रुस्तमपुर में किराये का कमरा लेकर परिवार के साथ रहते हैं। उनका इकलौता बेटा अमन (21) बुधवार की शाम पांच बजे के आसपास दोस्तों के साथ नौका विहार पहुंचा था। दोस्तों के मुताबिक जार्बिंग बाल के अंदर खेलते हुए अमन बेहोश गया। जार्बिंग बाल से बाहर निकालकर दोस्त उसे निजी अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 

बिना अनुबंध हो रहा था जॉर्बिंग बॉल का संचालन

रामगढ़ताल के किनारे नया सवेरा पर जॉर्बिंग बॉल का संचालन अवैध रूप से हो रहा था। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के साथ संचालक फर्म का अनुबंध अभी नहीं हुआ था और जीडीए की ओर से किसी ट्रायल की अनुमति भी नहीं दी गई थी। बुधवार को अमन राय की मौत के बाद हरकत में आए प्राधिकरण ने फर्म को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर अनुबंध कराने का निर्देश दिया है। अनुबंध न कराने की स्थिति में फर्म का टेंडर भी निरस्त कर दिया जाएगा।

जीडीए ने नया सवेरा पर लोगों का आकर्षण बढ़ाने के लिए जॉर्बिंग बॉल, स्पीड बोट सहित कई सुविधाओं का टेंडर निकाला था। सर्वाधिक बोली के आधार पर गोविंद कुमार गौड़ को 26 नवंबर, 2019 को इसके संचालन की जिम्मेदारी मिली थी। इसके लिए संचालक को 79 हजार रुपये प्रतिमाह का भुगतान जीडीए को करना है। कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण फर्म ने जॉर्बिंग बॉल संचालन को लेकर अनुबंध नहीं किया था। जीडीए ने इस संबंध में फर्म को पहले भी पत्र लिखा था। 

थानाध्यक्ष को भी लिखा गया पत्र

घटना के बाद गुरुवार को जीडीए सचिव राम सिंह गौतम ने रामगढ़ताल के थानाध्यक्ष को भी पत्र लिखा है। उसमें कहा गया है कि बिना अनुबंध पत्र दिखाए किसी भी कीमत पर जॉर्बिंग बॉल का संचालन न करने दिया जाए।

ट्रायल के आधार पर हो रहा था संचालन

फर्म के प्रोपराइटर गोविंद कुमार गौड़ ने बताया कि अनुबंध अभी नहीं कराया था, लेकिन एक जनवरी, 2020 से ट्रायल के आधार पर संचालन किया जा रहा था। कोई तय फीस भी नहीं थी। शुरुआती दौर में 50 रुपये लिए जा रहे थे। संचालन स्थल पर ट्रायल का बैनर भी लगाया गया था। 

एक साथ बैठ सकते हैं पांच लोग

जॉर्बिंग बॉल के संचालक गोविंद के अनुसार बड़े लोगों के लिए दो जॉर्बिंग बॉल और ब'चों के लिए एक बॉल उपलब्ध है। इसमें एक साथ पांच लोग बैठ सकते हैं। इसकी लंबाई, चौड़ाई नौ गुणे नौ फीट की होती है। बनावट ऐसी है कि पंचर होने की स्थिति में भी हवा निकलने में कम से कम दो घंटे का समय लगेगा। यहां बने प्लेटफार्म की लंबाई 19 फीट है। 20 फीट की रस्सी से जॉर्बिंग बॉल बंधा रहता है। दो लोग हमेशा रस्सी पकड़े रहते हैं और उसपर नजर रखते हैं। 

दम घुटने की आशंका नहीं

बड़े लोगों के लिए उपलब्ध जॉर्बिंग बॉल में दोनों ओर से खुली जगह है। अंदर की स्थिति जानने के लिए संवाददाता ने उसमें प्रवेश किया। अंदर सामान्य तरीके से सांस ली जा सकती है, दम घुटने की आशंका नहीं है। हालांकि कुछ लोगों को घबराहट हो सकती है।

बंद हुआ संचालन

हादसे के बाद संचालक फर्म की ओर से जॉर्बिंग बॉल का संचालन बंद कर दिया गया है। गुरुवार की दोपहर दोनों जॉर्बिंग बॉल की हवा निकाल कर वहां से हटा दिया गया है।

नया सवेरा पर फर्म ने सर्वाधिक बोली लगाई थी, लेकिन अभी तक अनुबंध नहीं किया गया है। बिना अनुबंध के संचालन करना गलत है। इस संबंध में नोटिस जारी की गई है। थानाध्यक्ष को भी संचालन रोकने को कहा गया है।

राम सिंह गौतम, सचिव, जीडीए

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