गोरखपुर में राप्ती-घाघरा उफनाई, गांवों में घुसा पानी
गोरखपुर जिले में राप्ती और घाघरा का जलस्तर बढने से गांवों में पानी घुसना शुरू हो गया है।
गोरखपुर : जनपद के कछारांचल के गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। राप्ती व घाघरा दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का पानी तेजी से गांवों को घेर रहा है और तटीय गांवों में कटान हो रही है जिससे ग्रामीण भयभीत हैं।
घाघरा नदी के बढ़ते जलस्तर से गोपलामार गांव में कटान हो रही है जबकि अजयपुरा, बल्थर, जैतपुर, गोनघट, गोनहा आदि गांवों की ओर बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही राप्ती नदी की बाढ़ से जगदीशपुर, सरया, खोहिया पट्टी, अगिलगउआ, बिहुआ, ¨हगुहार, लखनौरी, लखनौरा, मैभरा, नेतवार भी घिर गए हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ने से नदियां अपना रूख गांव की ओर कर रहीं हैं जिससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। अगिलगउवा-जगदीशपुर, ¨हगुहार-खोहिया पट्टी संपर्क मार्ग सहित कई मार्ग पर पानी चढ़ जाने के कारण लोगों को आवागमन में काफी असुविधा हो रही है। बाढ़ के पानी से फसलें जलमग्न हो गई हैं जिनके नष्ट होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। सबसे बड़ी समस्या पशुओं के हरे चारे की है। राप्ती के बाढ़ का पानी नेतवार पट्टी के प्राथमिक विद्यालय को चारों तरफ से घेर लिया है जिससे अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं। विद्यालय की अध्यापिका गीता यादव का कहना है कि स्कूल के चारों तरफ पानी भर गया है जिससे बच्चों को स्कूल आने में परेशानी हो रही है। राप्ती नदी के तेज बहाव से जगदीशपुर, पौहरिया, खुटभार, ददरी, सेमरा, रुदौली गांव में तेजी से कटान हो रही है। प्रशासन द्वारा अभी तक बाढ़ से घिरे गांवों में कोई व्यवस्था नहीं की गई है और न ही बाढ़ चौकियों को सक्रिय किया गया है। कोलखास के मोती, यशवंत, अगिलगउवा के कमलेश यादव, धर्मेंद्र यादव, जगदीशपुर के सुनील तिवारी, मोहन पांडेय आदि ने गांव में नाव लगवाने व उचित व्यवस्था करवाने की मांग की है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी अरुण कुमार ¨सह का कहना है कि बाढ़ पर नजर रखी जा रही है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
उधर, गोला में घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से कस्बे में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। कस्बा के वार्ड संख्या दस के मेन चौक से पक्का घाट मार्ग पर पानी ओवरफ्लो कर रहा है। इसके चलते आवागमन में कठिनाई उत्पन्न हो रही है। इतना ही नहीं जलस्तर बढ़ जाने के कारण बिसरा गांव के चारों ओर पानी ने घेर लिया है। अगर जलस्तर बढ़ने की गति यही रही तो जल्द ही संपर्क मार्ग पर भी पानी चढ़ जाएगा। गांव के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कुश चंद, लल्ला चंद, रामू यादव, जयप्रकाश, जवाहर आदि का कहना है कि जलस्तर बढ़ने से पानी उल्टा गांव की ओर बढ़ रहा है, जिससे मुश्किलें खड़ी होने लगी हैं। बारिश के पानी से पहले ही गांव के निचले भागों में जलजमाव हुआ था। सबसे बड़ी दिक्कत फसलों के डूबने और पशुओं के चारे की है।