छूट गए हैं तो अब भी कर दें आवेदन, सरकार देगी हर माह चार हजार रुपये
गोरखपुर में कोरोना वायरस से निराश्रित हुए बच्चों को दूसरे चरण में चयनित इन बच्चों की सूची को जिलाधिकारी विजय किरण आनंद की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कमेटी ने अनुमोदित कर दिया है। जल्द ही शासन स्तर से धनराशि का आंवटन कर दिया जाएगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना से निराश्रित हुए जिले के 77 और बच्चों के भरण पोषण के लिए उनके अभिभावकों के खाते में जल्द ही जुलाई, अगस्त एवं सितंबर महीने की धनराशि के रूप में 12-12 हजार रुपये की धनराशि भेजी जाएगी। दूसरे चरण में चयनित इन बच्चों की सूची को जिलाधिकारी विजय किरण आनंद की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कमेटी ने अनुमोदित कर दिया है। जल्द ही शासन स्तर से धनराशि का आंवटन कर दिया जाएगा। प्रथम चरण में जिले के 176 बच्चों के खाते में धनराशि भेजी गई है।
जारी है सर्वेक्षण
इस बार चयनित 77 बच्चों में से चार ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना के कारण अपने माता एवं पिता दोनों को खो दिया है। 73 बच्चों में से किसी ने अपनी माता को तो किसी ने पिता को खोया है। अधिकतर बच्चे अपने अभिभावकों के पास रह रहे हैं जबकि तीन बच्चों को कुछ समय के लिए शेल्टर होम में रखा गया है। जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह ने बताया कि कि कोरोना से निराश्रित बच्चों को चिन्हित करने के लिए सर्वेक्षण अब भी जारी है।
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने की अपील
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी के संज्ञान में ऐसे बच्चे हों, जिन्होंने कोरोना के चलते अपने माता, पिता या दोनों में से किसी एक को खाया है तो इसकी जानकारी वे जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय को दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में
कोरोना के कारण निराश्रित होने वाले 18 वर्ष तक के बच्चों के भरण-पोषण के लिए उनके विधिक अभिभावकों के खाते में प्रतिमाह चार-चार हजार रुपये भेजे जाएंगे। बालिकाओं के शादी योग्य होने पर एक लाख एक हजार रुपये की आर्थिक मदद एक साथ दी जाएगी। 18 साल तक के जो बच्चे कक्षा नौ या इससे ऊपर की कक्षा में अथा व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें टैबलेट या लैपटाप दिया जाएगा।