Gorakhpur University: इसी सत्र से शुरू होंगे AI-IOT व डाटा साइंस-मशीन लर्निंग के पाठ्यक्रम, इतनी होंगी सीटें
Gorakhpur University बाजार की मांग के मुताबिक पाठ्यक्रमों को अपनाने की दिशा में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एक और महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन अपने परिसर में एआइ ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ) डाटा साइंस व मशीन लर्निंग और आइओटी ( इंटरनेट आफ थिंग्स ) का पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा। इसकी योजना बना ली गई है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बाजार की मांग के मुताबिक पाठ्यक्रमों को अपनाने की दिशा में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एक और महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन अपने परिसर में एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), डाटा साइंस व मशीन लर्निंग और आइओटी (इंटरनेट आफ थिंग्स) का पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा। इसकी योजना बना ली गई है।
तीनों ही पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग के दायरे में संचालित किए जाएंगे। एआइ में मास्टर आफ साइंस का पाठ्यक्रम शुरू होगा तो डाटा साइंस व मशीन लर्निंग में बीसीए की डिग्री दी जाएगी। आइओटी भी बीसीए से ही जोड़ा जाएगा। तीनों ही पाठ्यक्रमों के संचालन में नाइलिट (नेशनल इंस्टीट्यूट आफ इलेक्ट्रानिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलाजी) का सहयोग लिया जाएगा।
विश्वविद्यालय ने बीते दिनों अकादमिक सहयोग के लिए नाइलिट से अनुबंध किया था। इन पाठ्यक्रमों को जल्द ही बोर्ड आफ स्टडीज में रखा जाएगा और फिर संचालन के लिए कार्य परिषद की अनुमति ली जाएगी। विश्वविद्यालय की योजना इसी सत्र से इन पाठ्यक्रमों का संचालन शुरू करने की है। जल्द प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने तैयारी है।
एआइ में 30 और आइओटी व डाटा साइंस में होंगी 60 सीटें
इंजीनियरिंग विभाग में चलने वाले इन पाठ्यक्रमों को लेकर सीटों का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। मास्टर आफ साइंस इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में 30, बीसीए इन आइओटी में 60 और बीसीए इन मशीन लर्निंग एंड डाटा साइंस में भी 60 सीटें पर प्रवेश लिया जाएगा। सीटों को ध्यान में रखकर इसके लिए आधारिक संरचना तैयार करने की दिशा में विश्वविद्यालय ने कदम बढ़ाया है।
अगले महीने शुरू होगा आवेदन
विश्वविद्यालय में बीसीए के लिए आवेदन चार अप्रैल से ही शुरू हो गया था। परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण अभी शुरू नहीं हुआ है। इन तीनों पाठ्यक्रमों को हरी झंडी मिलने के बाद वित्त समिति में इसकी फीस का निर्धारण किया जाएगा। इसके बाद मई में इसके लिए पंजीकरण शुरू करने की तैयारी है।
समय की मांग को देखते हुए विश्वविद्यालय में एमएस एआई, बीसीए आईओटी और बीसीए मशीन लर्निंग एवं डाटा साइंस इस सत्र से शुरू करने की योजना है। तीनों पाठ्यक्रम नाइलेट के सहयोग से इंजीनियरिंग विभाग में चलेंगे। इनके लिए जल्द ही आवेदन लिए जाएंगे। - प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय