गोरखधाम से दिल्ली की राह हुई आसान- महिला सीटों की संख्‍या बढ़ी, अतिरिक्‍त कोच भी लगेंगे

गोरखधाम एक्सप्रेस में आज से सात जनरल कोच लगने जा रहे हैं। इनमें महिला व दिव्यांग यात्रियों के लिए अंतिम जनरल कोच में 20 सीट आरक्षित रहेंगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 06 May 2019 11:15 AM (IST) Updated:Tue, 07 May 2019 09:45 AM (IST)
गोरखधाम से दिल्ली की राह हुई आसान- महिला सीटों की संख्‍या बढ़ी, अतिरिक्‍त कोच भी लगेंगे
गोरखधाम से दिल्ली की राह हुई आसान- महिला सीटों की संख्‍या बढ़ी, अतिरिक्‍त कोच भी लगेंगे

गोरखपुर, जेएनएन। 21 दिन की लड़ाई के बाद आखिरकार वह दिन आ ही गया जिसका जनरल यात्रियों को बेसब्री से इंतजार था। मुश्किल भरी यात्रा आज से राहत में बदल जाएगी, क्योंकि गोरखधाम एक्सप्रेस में आज से सात जनरल कोच लगने जा रहे हैं। इनमें महिला व दिव्यांग यात्रियों के लिए अंतिम जनरल कोच में 20 सीट आरक्षित रहेंगी।

आरक्षित सीटों पर अकेली और बुजुर्ग महिलाओं को वरीयता दी जाएगी। महिलाओं की संख्या बढऩे पर आरक्षित सीटें बढ़ा दी जाएंगी। आरक्षित सीट खाली होने पर महिलाएं साथ यात्रा कर रहे परिजनों को अपने पास बैठा सकती हैं। महिलाओं को बैठाने के लिए रेलवे सुरक्षाकर्मी सहयोग करेंगे। इसी कोच में दिव्यांगों को भी बैठाया जाएगा।

14 मार्च से गोरखधाम के रेक में लिंक हाफमैन बुश एलएचबी कोच लगने के साथ ही महिला और दिव्यांग की बोगी भी हट गई थी। जनरल की दो बोगियां भी कम हो गईं। बोगियों की संख्या कम होते ही यात्रियों की परेशानी बढ़ गई। दैनिक जागरण ने अभियान चलाकर आम यात्रियों, महिलाओं और दिव्यांग जनों की परेशानियों को प्रमुखता से प्रकाशित किया। मामले को गंभीरता से लेते हुए रेलवे प्रशासन ने दो चेयरकार की जगह दो जनरल कोच लगाने तथा महिला यात्रियों के लिए सीट आरक्षित करने का निर्णय लिया है।

वैशाली के एस वन कोच में बैठने को लेकर यात्रियों में हाथापाई

सहरसा से नई दिल्ली जा रही 12553 वैशाली एक्सप्रेस के एस वन कोच में सिवान से गोरखपुर के बीच बर्थ पर बैठने को लेकर यात्रियों के बीच हाथापाई हो गई। ट्रेन के गोरखपुर पहुंचने पर रेलवे सुरक्षा बल ने यात्रियों को नीचे उतार पोस्ट पर बैठा लिया। 73 और 74 नंबर का बर्थ विजय कुमार के नाम दलसिंह सराय से नई दिल्ली तक बुक था। वह परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे। सिवान में एक महिला पांच बालिकाओं के साथ एस वन कोच में सवार हुई। ट्रेन जैसे ही आगे बढ़ी महिला और बालिकाएं 73 और 74 नंबर बर्थ पर बैठने लगीं। बर्थ पर पहले से बैठे यात्रियों ने विरोध किया तो महिला और बालिकाएं उनसे उलझ गईं। बात कहासुनी से शुरू होकर हाथापाई तक पहुंच गई। इसमें 73 नंबर बर्थ के यात्री के पैर में खरोंच भी आ गई। कंट्रोल की सूचना पर आरपीएफ ने गोरखपुर में शाम पांच बजे के आसपास प्लेटफार्म नंबर दो पर दोनों पक्षों को उतार लिया। प्रभारी निरीक्षक रणजीत के अनुसार महिला यात्री बालिकाओं के साथ जनरल टिकट पर स्लीपर में यात्रा कर रही थीं। उन्हें कोच से उतरवा लिया गया। समझाकर मामला शांत कराया गया। यात्री बाघ एक्सप्रेस से आगे के लिए रवाना हो गए।

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