जीडीए उपाध्‍यक्ष ने मंगा ली उपस्थित पंजिका, जानिए फ‍िर क्‍या हुआ

गोरखपुर विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने उपस्थिति पंजिका की जांच शुरू कर दी। सुबह 10.30 बजे उपाध्यक्ष ने पंजिका अपने पास मंगा ली। जांच में 43 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सभी कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 09:45 AM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 09:45 AM (IST)
जीडीए उपाध्‍यक्ष ने मंगा ली उपस्थित पंजिका, जानिए फ‍िर क्‍या हुआ
जीडीए में उपस्थिति पंजिका की जांच करते उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह। सौ. इंटरनेट मीडिया

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) में सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने उपस्थिति पंजिका की जांच शुरू कर दी। सुबह 10.30 बजे उपाध्यक्ष ने पंजिका अपने पास मंगा ली और उपस्थिति जांचने लगे। जांच में 43 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। इनमें अवर अभियंता, सहायक विधि अधिकारी, वरिष्ठ लिपिक, लिपिक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, चालक एवं सफाईकर्मी शामिल हैं। सभी कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया है और उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। उपाध्यक्ष ने लंबे समय से अनुपस्थित रहने वाले अवर अभियंता सैयद रफत मुईन के निलंबन की संस्तुति शासन से की है। निरीक्षण के दौरान 132 में से 89 कर्मचारी उपस्थित मिले।

कई दिनों से कर्मचारियों के समय से न आने की मिल रही थी शिकायत

जीडीए में पिछले कई दिनों से कर्मचारियों के समय से न आने को लेकर शिकायत मिल रही थी। इसी के मद्देनजर उन्होंने सभी कार्यालयों की उपस्थिति पंजिका अपने पास मंगाकर जांच की। अनुपस्थित कर्मचारियों की संख्या देख उपाध्यक्ष भी अचंभित रह गए। उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि कर्मचारियों को निर्देश दिया गया था कि वे शासन की मंशा के अनुरूप समय से कार्यालय में उपस्थित रहें और अपनी समस्या लेकर आने वाले लोगों की बात सुनकर उसका निराकरण करें। सुबह 9.45 बजे कई कार्यालयों में सन्नाटा देखा तो उपस्थिति पंजिका मंगाकर जांच की। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों को समय से कार्यालय में उपस्थित होना है। अनुपस्थित रहने वालों पर भविष्य में और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जांच में ये मिले अनुपस्थित

अवर अभियंता राम इकबाल सिंह, सत्य प्रकाश चौधरी, रामेश्वर दुबे गैरहाजिर मिले हैं। इसी तरह वरिष्ठ लिपिक ब्रज भूषण उपाध्याय, लिपिक मनीष तिवारी, नित्यानंद शुक्ला, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, शशिकांत गुप्ता, राम सिंह यादव, सतीश चंद तिवारी, उषा मिश्रा, सरोज मिश्र, इलियास अहमद, उपेंद्र मिश्र, अरुण कुमार सिंह, इलेक्ट्रीशियन रामाश्रय मल्ल सहित 17 चपरासी गायब मिले। इसके अतिरिक्त चार चालक एवं चार सफाई कर्मी भी अनुपस्थित रहे। सहायक विधि अधिकारी राकेश मोहन गुप्ता भी अनुपस्थित मिले।

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