बीत गए चार साल, नहीं बनी लुंबिनी दुद्धी की राह Gorakhpur News

भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी तक पहुंचाने वाली लुंबिनी-दुद्धी सड़क अभी बनकर तैयार नहीं हो पाई। परियोजना को स्वीकृत हुए चार साल बीत गए।

By Edited By: Publish:Fri, 19 Jul 2019 09:00 AM (IST) Updated:Fri, 19 Jul 2019 11:55 AM (IST)
बीत गए चार साल, नहीं बनी लुंबिनी दुद्धी की राह Gorakhpur News
बीत गए चार साल, नहीं बनी लुंबिनी दुद्धी की राह Gorakhpur News
गोरखपुर, जेएनएन। भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी तक पहुंचाने वाली लुंबिनी-दुद्धी सड़क अभी बनकर तैयार नहीं हो पाई। परियोजना को स्वीकृत हुए चार साल बीत गए। कुछ जगहों पर सड़क निर्माण नहीं हुआ, तो कुछ जगहों पर ब्रिज निर्माण का कार्य शेष है।
कई बार विभाग की किरकिरी भी हो चुकी है। वर्ष 2015 में 122.270 किमी लंबाई की इस सड़क परियोजना को केंद्रीय राज्य सड़क परिवहन मंत्रालय से स्वीकृति मिली। 790 करोड़ की लागत से मार्च 2017 में इसे पूरा करना था। बस्ती जनपद में 60 किमी लंबी सड़क 397.50 करोड़ से और सिद्धार्थनगर जनपद में 62.270 किमी लंबी सड़क 393 करोड़ से निर्मित होनी थी। सिद्धार्थनगर में निर्माण के लिए अधिकृत कंपनी एक साल बाद भाग खड़ी हुई। निर्माण ठप हो गया। अब इसके निर्माण का जिम्मा एनएचआइ की जगह एनएच पीडब्ल्यूडी के जिम्मे है।
इस जनपद में सड़क और ब्रिज दोनों का निर्माण अभी अवशेष है। बस्ती जनपद में चार साल बाद सड़क का निर्माण काफी हद तक पूरा हुआ तो ब्रिज का निर्माण अभी शेष है। मनौरी में 2 किमी लंबाई के ओवरब्रिज का निर्माण अभी पूरा नहीं है। फुटहिया में 107 मीटर लंबाई और 24 मीटर चौड़ाई वाले ब्रिज का निर्माण पूरा हुआ तो दोनों तरफ 400-400 मीटर का एप्रोच बाकी है। पिछले वर्ष यहां निर्माणधीन ब्रिज का एक स्पान भी धराशाई हो गया था।
महरीपुर गांव में 300 मीटर फोरलेन सड़क का निर्माण ग्रामीणों के विरोध के चलते नहीं हो सका। अगस्त तक परियोजना पूरी होने की उम्मीद अधिशासी अभियंता ने कहा कि 31 जुलाई तक फुटहिया और मनौरी ब्रिज का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। अगस्त माह में ट्रैफिक उतारने का लक्ष्य है। महरीपुर में ग्रामीणों का विरोध है। यहां तीन सौ मीटर सड़क निर्माण के लिए प्रशासन से पुलिस बल का सहयोग मांगा गया है।
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