उपकरण खरीद में चलेगी किसानों की मर्जी
दस लाख तक के उपकरण स्वयं खरीद सकेंगी गन्ना समितियां
गोरखपुर : उपकरण खरीद में अब गन्ना किसानों की मर्जी चलेगी। गन्ना किसान अपनी जरूरतों के अनुसार गन्ना विभाग के अफसरों को उपकरण खरीद का सुझाव देंगे। इस सुझाव के आधार पर अफसर उपकरण की खरीद करेंगे और काफी कम शुल्क पर किसानों को किराए पर देंगे। गन्ना विभाग ने फार्म मशीनरी बैंक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
किसानों को गन्ना की बोआई के लिए अत्याधुनिक उपकरणों की जरूरत पड़ती है। उपकरणों की लागत ज्यादा होने के कारण किसानों के लिए इन्हें खरीदना मुश्किल है। किराए पर भी यह उपकरण हर क्षेत्र में नहीं मिल पाते। इस कारण किसानों को परंपरागत तरीके से बोआई करनी पड़ती है। इसमें समय और लागत तो ज्यादा लगती ही है, ठीक से बोआई न हो पाने के कारण गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है।
गोष्ठियों में किसानों ने रखी थी बात : गन्ना विभाग की ओर से आयोजित गोष्ठियों में किसान लगातार उपकरण की कमी का मुद्दा उठाते रहे हैं। किसानों ने उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए अफसरों से कई बार माग भी की थी। इसके बाद अफसरों ने उपकरणों की खरीद की योजना बनाई।
पहले एक साथ थी खरीद की तैयारी : गन्ना विभाग के अफसरों ने पहले एक साथ उपकरणों की खरीद की तैयारी की थी। प्रगतिशील किसानों की राय ली गई तो पता चला कि गन्ना बोआई के लिए अलग-अलग क्षेत्र के किसानों की अलग-अलग जरूरतें हैं। इसे ध्यान में रखते हुए अफसरों ने समितियों से उपकरणों की जरूरत का प्रस्ताव मागा।
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गन्ना किसानों की सुविधा के लिए समितियों को 10 लाख रुपये तक की उपकरण की खरीद के लिए निर्देशित किया गया है। समितिया क्षेत्र के किसानों से बात कर उपकरण के संबंध में प्रस्ताव दें। कृषि विभाग में उपकरण की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा। किसानों को काफी कम शुल्क पर उपकरण दिए जाएंगे। इससे गन्ना किसानों को बोआई, गुड़ाई आदि कायरें में काफी सुविधा हो जाएगी।
- डॉ. आरबी राम, उपायुक्त गन्ना