मां से लोगों ने मांगी कोरोना से मुक्ति

उत्साह और उमंग के पर्व दशहरा पर इस बार कोरोना की बुरी छाया का प्रभाव रहा। पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं को स्थापित करके पूजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 06:14 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 06:14 AM (IST)
मां से लोगों ने मांगी कोरोना से मुक्ति
मां से लोगों ने मांगी कोरोना से मुक्ति

संतकबीर नगर, जेएनएन : उत्साह और उमंग के पर्व दशहरा पर इस बार कोरोना की बुरी छाया का प्रभाव रहा। पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं को स्थापित करके पूजन किया गया। परंपरागत रूप से भगवती जागरण व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं हुआ। लोगों ने घरों में ही पूजा करके देवी से महामारी को खत्म करने की प्रार्थना की।

खलीलाबाद के मां पाटेश्वरी मंदिर में शुक्रवार की देर रात भजन कीर्तन हुआ। यहां पूजन करवाते हुए पवन छापड़िया ने कहा कि नवरात्रि शक्ति अर्जन का पर्व है। नारी समाज की निर्माता होती है। आदिकाल में महिषासुर के आतंक से मानव, देवता सहित समस्त प्राणी परेशान थे। सबकी रक्षा के लिए ईश्वरीय शक्ति ने नारी रूप में अवतार लेकर महिषासुर का वध किया। इस दौरान शंकर प्रसाद मिश्रा, पंकज मिश्र, शिवम, विष्णु कुमार श्रीवास्तव, दुर्गावती पांडेय, रिद्धि, सिद्धि, श्रीकांत, विनोद, हनुमान सहित अनेक आस्थावान मौजूद रहे। सजे पंडाल, गूंजे भक्तिमय भजन जिले के विभिन्न स्थानों पर दुर्गा प्रतिमाओं को स्थापित करके पूजन किया गया। भक्ति भजन बजते रहे। माहौल भक्तिमय बना रहा। यह बात अलग है कि सप्तमी की तिथि से ही प्रतिमाओं को देखने के लिए उमड़ने वाली भीड़ नदारद रही। नौ दिन व्रत रखने वाले लोगों ने शाम को किया हवन

शनिवार को अष्टमी व नवमी दोनों तिथियां रहीं। नौ दिन व्रत रखने वाले लोगों ने शाम को हवन किया। लोगों ने देवी से समाज कल्याण की कामना करते हुए कोरोना का नाश करने की प्रार्थना की। देवी का नौवां स्वरूप सिद्धिदात्री का होने से लोग मनोकामनाओं की सिद्धि के लिए जुटे रहे। मेंहदावल, नंदौर, सांथा, बेलवासेंगर, पौली, धनघटा, धर्मसिंहवा, हैंसर बाजार, खलीलाबाद, मगहर, चुरेब, कांटे, लौहरैया, सेमरियावां समेत सभी क्षेत्रों में कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए पर्व मनाया गया।

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