यहां पर इमरजेंसी सेवा भी बदहाल, मरीज हो रहे परेशान Santkabir nagar News
सरकार के द्वारा मरीजों को बेहतर सेवा देने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है लेकिन निर्देश के बाद मरीजों के साथ लापरवाही की जा रही है। इमरजेंसी सेवा कहने मात्र का है।
गोरखपुर/संतकबीर नगर,जेएनएन। सरकार के द्वारा मरीजों को बेहतर सेवा देने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है, लेकिन निर्देश के बाद मरीजों के साथ लापरवाही की जा रही है। इमरजेंसी सेवा कहने मात्र का है। मरीज को सभी जांच व दवा बाहर से ही लेना पड़ रहा है। जिससे सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। रविवार को जिला चिकित्सालय में अस्पताल में इमरजेंसी सेवा की हाल देखा गया तो नजारा कुछ यूं ही रहा।
महिला विंग में प्रसूता मंजू देवी प्रसव कराने के लिए पहुंची तो चिकित्सक शशि सिंह के द्वारा प्राथमिक जांच के बाद खून की जांच कराने के लिए कहा गया। तीमरदारों ने पूछा कि यहां पर जांच की सुविधा है जो पता चला कि आज अवकाश बाहर से ही कराना होगा। कल्पा देवी को जांच कराने के लिए बाहर का ही शरण लेनी पड़ी। जबकि शासन से निर्देश है कि आवश्यकता के अनुसार चिकेत्सिक आन काल रहेंगे। जिससे मरीजों को सुविधा मिल सके। इमरजेंसी में डा. महेश प्रसाद के द्वारा मरीजों को इलाज केयिा जा रहा था।
बकहा निवासी अरविंद कुमार को पेट में दर्द हो रहा था। जांच बाहर से करानी पड़ी। मनीराम यादव के हाथ में चोट लगने पर चिकित्सक ने एक्सरे कराने को कहा लेकिन एक्सरे कक्ष बंद था। बाहर से दवा लेकर संतोष करना पड़ा। महिला वार्ड के बरामदा में कुत्ते आंतक मचाते रहे। सुधरेगी व्यवस्था, होगा औचक निरीक्षण मरीजों को बेहतर सेवा देने के लिए भरपूर प्रयास किया जा रहा है। चिकित्सकों को आनकाल रहने का निर्देश दिया गया है। यदि इसमें शिकायत मिलेगी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। व्यवस्था सुधरने के लिए औचक निरीक्षण किया जाएगा। डा. हरगो¨वद ¨सह सीएमओ
महिला विंग में प्रसूता मंजू देवी प्रसव कराने के लिए पहुंची तो चिकित्सक शशि सिंह के द्वारा प्राथमिक जांच के बाद खून की जांच कराने के लिए कहा गया। तीमरदारों ने पूछा कि यहां पर जांच की सुविधा है जो पता चला कि आज अवकाश बाहर से ही कराना होगा। कल्पा देवी को जांच कराने के लिए बाहर का ही शरण लेनी पड़ी। जबकि शासन से निर्देश है कि आवश्यकता के अनुसार चिकेत्सिक आन काल रहेंगे। जिससे मरीजों को सुविधा मिल सके। इमरजेंसी में डा. महेश प्रसाद के द्वारा मरीजों को इलाज केयिा जा रहा था।
बकहा निवासी अरविंद कुमार को पेट में दर्द हो रहा था। जांच बाहर से करानी पड़ी। मनीराम यादव के हाथ में चोट लगने पर चिकित्सक ने एक्सरे कराने को कहा लेकिन एक्सरे कक्ष बंद था। बाहर से दवा लेकर संतोष करना पड़ा। महिला वार्ड के बरामदा में कुत्ते आंतक मचाते रहे। सुधरेगी व्यवस्था, होगा औचक निरीक्षण मरीजों को बेहतर सेवा देने के लिए भरपूर प्रयास किया जा रहा है। चिकित्सकों को आनकाल रहने का निर्देश दिया गया है। यदि इसमें शिकायत मिलेगी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। व्यवस्था सुधरने के लिए औचक निरीक्षण किया जाएगा। डा. हरगो¨वद ¨सह सीएमओ
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