हस्तशिल्पियों को नई तकनीक मुहैया कराएगी सरकार, चार सौ रेलवे स्टेशनों पर मिट्टी के थाली में मिलेगा भोजन Gorakhpur News

पहली बार उत्तर प्रदेश में माटी कला बोर्ड का गठन किया गया है। बोर्ड का उद्देश्य टेराकोटा से जुड़े लोगों के लिए बाजार एवं नई तकनीक उपलब्ध कराना है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Wed, 25 Sep 2019 09:53 PM (IST) Updated:Fri, 27 Sep 2019 03:05 PM (IST)
हस्तशिल्पियों को नई तकनीक मुहैया कराएगी सरकार, चार सौ रेलवे स्टेशनों पर मिट्टी के थाली में मिलेगा भोजन  Gorakhpur News
हस्तशिल्पियों को नई तकनीक मुहैया कराएगी सरकार, चार सौ रेलवे स्टेशनों पर मिट्टी के थाली में मिलेगा भोजन Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। प्रदेश सरकार माटी कला से जुड़े हस्तशिल्पियों को बाजार के साथ ही नई तकनीक मुहैया कराने के लिए कृतसंकल्पित है। टेराकोटा को नया आयाम देने के लिए सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। यह बातें माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धरमवीर प्रजापति ने कही। वह लंगड़ी गुलरिहा में आयोजित विद्युत चालित चाक वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

हो रहा प्रजापति समाज का सर्वे

उन्होंने कहा कि पहली बार उत्तर प्रदेश में माटी कला बोर्ड का गठन किया गया है। बोर्ड का उद्देश्य टेराकोटा से जुड़े लोगों के लिए बाजार एवं नई तकनीक उपलब्ध कराना है। प्रदेश सरकार 92 हजार गांवों में प्रजापति समाज का सर्वे करा रही है। केंद्र सरकार के निर्देश पर चार सौ रेलवे स्टेशन पर मिट्टी की थाली में भोजन मिलेगा।

हस्‍तशिल्पियों को दिया गया सामान

कार्यक्रम को खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के सदस्य लल्लन तिवारी, विश्वेश्वर तिवारी, एनपी मौर्य ने संबोधित किया। इस दौरान चालीस विद्युत चालित चाक, दस पग मील, दो विद्युत भट्ठी भी हस्तशिल्पियों को मुहैया कराई गई। जिपंस रामभोग सिंह, ग्राम प्रधान दशरथ मद्धेशिया व राजन प्रजापति आदि मौजूद रहे।

मिट्टी केबर्तनों की बढ़ रही मांग

माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने हस्त शिल्पियों से कहा कि मिट्टी के बर्तन व दिए बनाने की पूरी तैयारी कर लीजिए। प्रधानमंत्री के प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान से मिट्टी से बने पात्रों की मांग बढ़ रही है। आधुनिक तकनीक से बनी मिट्टी की थाली, गिलास, प्रेशर कूकर आदि प्रयोग करने के पश्चात साफ कर दोबारा तब तक प्रयोग किया जा सकता है, जब तक कि वह टूट न जाए।

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