डॉ. सुब्बाराव ने कुशीनगर की हिरण्यवती नदी की सफाई Kushinagar News

गांधीवादी विचारक डॉ. एसएन सुब्बाराव 15 राज्यों से आए शिविरार्थियों व नगरपालिका परिषद की टीम के साथ ऐतिहासिक बुद्धकालीन हिरण्यवती नदी की सफाई की।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 12:13 PM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 12:13 PM (IST)
डॉ. सुब्बाराव ने कुशीनगर की हिरण्यवती नदी की सफाई Kushinagar News
डॉ. सुब्बाराव ने कुशीनगर की हिरण्यवती नदी की सफाई Kushinagar News

कुशीनगर, जेएनएन। प्रसिद्द गांधीवादी विचारक, वरिष्ठ समजसेवी व राष्ट्रीय युवा योजना के निदेशक डॉ. एसएन सुब्बाराव भाई जी ने 15 राज्यों से आए शिविरार्थियों व नगरपालिका परिषद की टीम के साथ ऐतिहासिक बुद्धकालीन हिरण्यवती नदी की सफाई का शुभारंभ रविवार को फावड़ा चलाकर किया। सन 2013 से हिरण्यवती सफाई मुहिम से जुड़े भाई जी ने कई बार शिविरार्थियों के साथ यहां कार्य किया है। पिछले वर्ष सितंबर में लोगों को जागरूक करने के लिए उन्होंने दीपोत्सव कार्यक्रम किया था।

उन्‍होंने कहा कि ऐतिहासिक हिरण्यवती नदी साफ व सुरक्षित रहे, इसमें हमेशा पानी का बहाव रहे, इस पर प्रशासन के लोगों को सोचना चाहिए और सार्थक प्रयास भी करना चाहिए। एक प्रश्न के उत्तर में उन्‍होंने कहाकि प्रशासन का अपना कार्य है, हम उनसे कहते रहेंगे। यहां के लोगों को भी सोचना व करना चाहिए। श्रम का भाव समाप्त होता जा रहा है, शिविर में श्रम संस्कार सिखाया जाता है। बाहर से लोग आकर कार्य कर रहे हैं तो यहां के सभी लोगों को मिलकर करना चाहिए यदि यह हो जाय तो हिरण्यवती नदी का कायाकल्प बहुत कम समय में हो जाएगा।

इस अवसर पर डॉ सीबी सिंह, ईओ प्रेमशंकर गुप्त, सभासद राम अधार यादव, केशव सिंह, अजय पांडेय, नरेंद्र बडग़ांवकर, श्रवण तिवारी, मधु भाई, संजय राय, प्रशांत, डॉ आरसी गुप्त और विनय भाई आदि उपस्थित रहे।

अन्य राज्यों की भाषा सीखेंगे तो अन्य भी सीखेंगे हिंदी

परेश बरुआ द्वारा असोम को भारत से अलग स्वतंत्र कराने के प्रयास पर कहा कि मार्च 2020 में वहां शिविर लगाएंगे और वहां के लोगों को समझाएंगे। समस्या का समाधान बंदूक से नहीं बल्कि प्यार से होना चाहिए। आदमी दोषी नहीं होता, दोषी बन्दूक होती है। फांसी आदमी को नहीं बंदूक को देनी चाहिए। हम अन्य प्रांतों की भाषा सीखेंगे तो वे भी हिंदी सीखेंगे।

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