देवरिया को मिलेगी नये ब्‍लाक की सौगात, कसिली में ब्लाक बनाने की शासन ने मांगी रिपोर्ट

देवरिया में बरहज तहसील के कसिली गांव में ब्लाक बनाने की मांग को लेकर एक बार फिर शासन से कागजी घोड़ा दौड़ने लगा है। ग्राम्य विकास आयुक्त ने एक सप्ताह के अंदर मुख्य विकास अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। हालांकि अभी गांवों को चिन्हित करने का कार्य नहीं हुआ है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Tue, 04 Jan 2022 07:50 AM (IST) Updated:Tue, 04 Jan 2022 07:50 AM (IST)
देवरिया को मिलेगी नये ब्‍लाक की सौगात, कसिली में ब्लाक बनाने की शासन ने मांगी रिपोर्ट
पीएम के पूर्व प्रधान सविच नृपेंद्र मिश्र के गांव कसली में ब्‍लाक बनाए जाने का है प्रस्‍ताव। फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। देवरिया में बरहज तहसील के कसिली गांव में ब्लाक बनाने की मांग को लेकर एक बार फिर शासन से कागजी घोड़ा दौड़ने लगा है। ग्राम्य विकास आयुक्त ने एक सप्ताह के अंदर मुख्य विकास अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। हालांकि अभी तक ब्लाक बनाने के लिए गांवों को चिन्हित करने का कार्य नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि बरहज, सलेमपुर, भागलपुर व भलुअनी विकास खंड के कुछ गांवों को शामिल करते हुए रिपोर्ट भेजी जाएगी।

पीएम के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र का गांव है कसली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र का गांव कसिली है। उनके बेटे साकेत मिश्र पूर्वांचल विकास बोर्ड के सलाहकार हैं। कसिली में ब्लाक बनाने की मांग पहले भी हो चुकी है। नवंबर माह में पूर्वांचल बोर्ड के सलाहकार जब गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनसे ब्लाक बनाने की मांग की थी। उनकी पहल के बाद ग्राम्य विकास आयुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी से इसको लेकर रिपोर्ट मांगी है। आयुक्त का पत्र आने के बाद अधिकारी कागजी कार्यवाही करने में जुट गए हैं।

ब्‍लाक में होनी चाहिए एक लाख की आबादी

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि एक लाख तक आबादी एक ब्लाक में होनी चाहिए। इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी होनी चाहिए। अगर यह ब्लाक बनता है तो इसमें भलुअनी, सलेमपुर, बरहज व भागलपुर विकास खंड के गांवों को काटा जाएगा और इस ब्लाक में जोड़ा जाएगा। उधर विधान सभा चुनाव की अधिसूचना को लेकर भी अटकलें तरह-तरह की लग रही है।

यहां भी ब्लाक बनाने की चल रही मांग

भलुअनी विकास खंड के खुखुंदू को ब्लाक बनाने की मांग लंबे अर्से से चल रही है। तरकुलवा व खुखुंदू को एक साथ ब्लाक बनाने की घोषणा भी हुई थी। तरकुलवा ब्लाक बन गया, लेकिन खुखुंदू ब्लाक अभी तक अस्तित्व में नहीं आ सका है। जबकि इसके लिए कई बार महीनों-महीनों आंदोलन चलें हैं।

तीन साल पहले कसली को ब्‍लाक बनाने के लिए हुआ था पत्राचार

जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय ने बताया कि तीन साल पहले भी कसिली में ब्लाक बनाने की मांग चली थी, पत्राचार हुआ था। पुन: रिपोर्ट मांगी गई है, इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। साथ ही यह भी निर्धारित किया जाएगा कि उसमें कौन-कौन से गांव शामिल किए जाएंगे।

chat bot
आपका साथी