सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, पीपीपी मॉडल पर स्थापित किए जाएंगे मेडिकल कॉलेज
सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय सिद्धार्थनगर का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यूपी में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। सभी जिलों में मेडिकल कालेज की स्थापना की जाएगी।
सिद्धार्थनगर, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय सिद्धार्थनगर का निरीक्षण किया। मेडिकल कालेज के नक्शा का अवलोकन किया और दूसरी मंजिल पर स्थित कक्षों का निरीक्षण किया। उसके बाद कालेज परिसर में ही स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी और विधायकों के साथ पीएम के 30 जुलाई के आगमन को लेकर तैयारी बैठक की।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम योगी ने कहा कि सरकार ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज’ की नीति पर तेजी से कार्य कर रही है। सरकार के पांच वर्ष पूरे होने तक प्रदेश के सभी जिलों में मेडिकल कालेज कालेज स्थापित हो जायेगे। सिद्धार्थनगर में अक्टूबर तक मेडिकल कालेज शुरू हो जाएगा। 300 बेड तैयार है और 100 छात्रों की पढ़ाई शुरू होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नौ जनपदों में नौ नए मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण यहीं से होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 जुलाई को सिद्धार्थनगर से इन नए मेडिकल कॉलेजों का शुभारंभ एक साथ करेंगे।
इन नौ नए मेडिकल कालेजों में देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर है। माधव बाबू के नाम से यहां का मेडिकल कालेज होगा। अन्य जिलों के मेडिकल कालेजों का भी नामकरण किया गया है। कहा कि प्रदेश में तेजी से 59 जनपदों में न्यूनतम एक मेडिकल कॉलेज क्रियाशील हो रहे हैं। बाकी 16 जनपदों के लिए पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे।
चिकित्सीय सुविधाओं में किया तेजी से इजाफा
सीएम ने कहा कि सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य में 2017 के पहले मात्र 12 मेडिकल कॉलेज ही हुआ करते थे। भाजपा के सत्ता में आने के बाद से प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 48 हो चुकी है। प्रदेश में 13 और मेडिकल कॉलेजों के निर्माण का काम तेज गति से किया जा रहा है। सरकार नए मेडिकल कॉलेजों में 70 प्रतिशत फैकल्टी का चयन भी कर चुकी है। इस माह जुलाई में प्रदेश में 09 नए मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद प्रदेश की जनता को चिकित्सा सुविधाएं मिलना और अधिक सुविधाजनक हो जाएगा।
पहले जहां प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट, बेडस, एंबुलेंस, वेंटिलेटर, मेडिकल कॉलेजों की संख्या न्यूनतम स्तर पर थी वहीं सरकार ने कोरोना महामारी को नियंत्रित करते हुए प्रदेश में कम समय में चिकित्सीय सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया। जिसका परिणाम है कि आज प्रदेश सरकार सभी 75 जिलों में कम से कम एक-एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना के संकल्प के साथ युद्धस्तर पर काम कर रही है।
मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू पीकू और नियोनेटल आईसीयू नीकू का कार्य पूरा किया जा रहा है। सभी मेडिकल कॉलेजों में 100 बेड बढ़ाने संग जिला और सीएचसी असपतालों को इसी तर्ज पर सुविधायुक्त किया जा रहा है। यहां मेडिकल कालेज स्थापित होने से यहां 30 लाख के लोगों को फायदा पहुंचेगा।