न्यायालय के आदेश पर बेटी, दामाद, नाती समेत सात के विरुद्ध हत्या व जालसाजी का मुकदमा
बेलीपार क्षेत्र के रहने वाले दयानंद ने बहन बहनोई भांजों भतीजे और दो रिश्तेदारों पर पिता की हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। इस साल मई में उनके पिता की लाइसेंसी बंदूक से गोली लगने से मौत हो गई थी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बेलीपार पुलिस ने कस्बे के निवासी लालधर निषाद के हत्या के आरोप में उनकी पुत्री, दामाद, नाती समेत सात व्यक्तियों के विरुद्ध न्यायालय के आदेश पर हत्या, जालसाजी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मृतक के पुत्र ने आरोपितों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कूटरचित दस्तावेजों से उसे पिता की सारी संपत्ति अपने नाम वसीयत करा ली है।
लाइसेंसी बंदूक से गोली लगने से हुई थी बुजुर्ग की मौत
बेलीपार कस्बा निवासी लालधर के पास लाइसेंसी बंदूक थी। इस साल 22 मई को लालधर की उनकी लाइसेंसी बंदूक से गोली लगने से मौत हो गई थी। उनके पुत्र दयानंद पूणे में रहकर पेंट-पालिस का काम करते थे। पिता की मौत के बाद वह घर आए। बाद में उन्होंने बांसगांव क्षेत्र के महसीन निवासी बहन, बहनोई, दो भांजों और भतीजे तथा एक अन्य रिश्तेदार पर पिता की हत्या करने का आरोप लगना शुरू कर दिया।
पुलिस ने नहीं दर्ज किया मुकदमा तो पहुंचे कोर्ट
दयानंद ने बहन, बहनोई, भांजों और भतीजों पर पिता की हत्या का आरोप लगाते हुए बेलीपार थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया। कई बार थाने का चक्कर लगाने के बाद वह मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोर्ट की शरण में पहुंचे। सुनवाई के बाद कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद बेलीपार पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।
इन्हें बनाया गया है अभियुक्त
दयानंद ने बांसगांव के महसीन निवासिनी अपनी मझली बहन संगीता, बहनोई प्रेम, भांजे पवन व विपिन, भतीजा अमित तथा धनईपुर बांसगाव निवासी रिश्तेदार प्रिंस, कलौरा बांसगांव निवासी विजय प्रताप पर आरोप लगाया था। कोर्ट के आदेश पर सभी के विरद्ध नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल कर संपत्ति वसीयत कराने का है आरोप
दयानंद का आरोप है कि बहन व बहनोई तथा अन्य रिश्तेदारों ने मिलकर कूटरचित दस्तावेज से उसके पिता की सारी संपत्ति की अपने नाम वसीयत करा ली थी। वह घर के जेवर व ट्रैक्टर-ट्राली उठा ले गए और गोली मारकर उसके पिता की हत्या कर दी थी। प्रभारी निरीक्षक बेलीपार नीरज कुमार राय का कहना है कि मई में लालधर के आत्महत्या का मामला प्रकाश में आया था। न्यायालय के निर्देश पर आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।