Lok Sabha Election 2024: चुनावी भवसागर से हनुमानजी करेंगे बेड़ा पार, डिमांड ऐसी गीता प्रेस नहीं कर पा रहा पूरी

UP Lok Sabha Election 2024 गीता प्रेस में हनुमान चालीसा की 40 लाख प्रतियों की छपाई अंतिम दौर में है। हनुमान चालीसा व सुंदरकांड की सबसे ज्यादा मांग हिंदी भाषी राज्यों में है। गीता प्रेस के प्रबंधक डा. लाल मणि तिवारी कहते हैं कि आनेवाले दिनों में मांग और बढ़ेगी। सही भी है चुनाव जीतने के लिए ‘हनुमत कृपा’ चाहिए भी।

By Jagran NewsEdited By: Vivek Shukla Publish:Thu, 28 Mar 2024 02:00 PM (IST) Updated:Thu, 28 Mar 2024 02:34 PM (IST)
Lok Sabha Election 2024: चुनावी भवसागर से हनुमानजी करेंगे बेड़ा पार, डिमांड ऐसी गीता प्रेस नहीं कर पा रहा पूरी
UP Lok Sabha Election 2024 हनुमान चालीसा व सुंदरकांड की सबसे ज्यादा मांग हिंदी भाषी राज्यों में है।

 गजाधर द्विवेदी, गोरखपुर। अब चुनाव का समय है तो हनुमानजी का याद आना स्वाभाविक ही है और इसीलिए हनुमान चालीसा और सुंदरकांड की मांग बढ़ गई है। पीछे की भावना यह है कि ‘जय-जय हनुमान गोसाईं... यह चुनावी भवसागर पार कराओ’।

अब समस्या गोरखपुर के गीता प्रेस की है कि वह मांग के अनुरूप प्रकाशन नहीं कर पा रहा है। प्रेस प्रबंधन ने प्रकाशन बढ़ाया तो लेकिन वह पर्याप्त नहीं। जनवरी से अब तक 63.90 लाख हनुमान चालीसा और 15.20 लाख सुंदरकांड की प्रतियां विक्रय के लिए भेजी जा चुकी हैं।

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हनुमान चालीसा की 40 लाख प्रतियों की छपाई अंतिम दौर में है। हनुमान चालीसा व सुंदरकांड की सबसे ज्यादा मांग हिंदी भाषी राज्यों में है। गीता प्रेस के प्रबंधक डा. लाल मणि तिवारी कहते हैं कि आनेवाले दिनों में मांग और बढ़ेगी। सही भी है, चुनाव जीतने के लिए ‘हनुमत कृपा’ चाहिए भी।

गुजराती भाषा की भी तेजी से बढ़ी मांग

हिंदी के बाद सर्वाधिक मांग गुजराती भाषा की हनुमान चालीसा व सुंदरकांड की है। पिछले वर्ष गुजराती हनुमान चालीसा की दो लाख प्रतियां छापी गई थीं। इस बार चार लाख प्रतियां प्रकाशित हुई हैं।

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