बेटे की सियासी जमीन के लिए फिर महावत बने भालचंद्र यादव Gorakhpur News

अपने पुत्र को बसपा में समायोजित करवाने के लिए संतकबीर नगर से दो बार सांसद रह चुके भालचंद यादव अपने पुत्र सुबोध यादव के साथ बसपा ज्‍वाइन करने वाले हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 12 Jul 2019 01:02 PM (IST) Updated:Sun, 14 Jul 2019 09:57 AM (IST)
बेटे की सियासी जमीन के लिए फिर महावत बने भालचंद्र यादव Gorakhpur News
बेटे की सियासी जमीन के लिए फिर महावत बने भालचंद्र यादव Gorakhpur News

गोरखपुर/संतकबीर नगर, जेएनएन। संतकबीर नगर से दो बार सांसद रह चुके भालचंद्र यादव व उनके पुत्र सुबोध यादव आज बसपा का दामन थाम लेंगे। हाल ही में हुए संसदीय चुनाव में वह कांग्रेस पार्टी से संतकबीर नगर लोकसभा से प्रत्याशी थे। कांग्रेस पार्टी की अनुशासन समिति ने उन पर आरोप लगाते हुए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। जिसके चलते पूर्व सांसद ने अब बहुजन समाज पार्टी की तरफ अपना रुख किया है।

कांग्रेस के टिकट पर लड़ चुके हैं चुनाव

इसके पूर्व वह समाजवादी पार्टी में थे पर गठबंधन होने के चलते संतकबीर नगर की सीट बसपा के खाते में चली गई थी। इससे नाराज भालचंद यादव ने इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से दावेदारी पेश की थी। भालचंद यादव के बसपा में शामिल होने से जिले की राजनीति में हलचल शुरू हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि उनके बसपा में शामिल होने के बाद पार्टी और मजबूत होगी क्योंकि दो बार सांसद रहने की वजह से उनका अपना जनाधार है।

जमीन से जुड़े नेता हैं भालचंद

ऐसा माना जा रहा है कि अपना राजनीतिक करियर बचाने व बेटे सुबोध यादव का करियर बनाने के उद्देश्य से उन्होंने बसपा में जाने का फैसला लिया है। हीरालाल रामनिवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा. डीएन पांडेय का कहना है कि जिले की राजनीति में भालचंद यादव की छवि जमीनी नेता की है। उन्होंने कई पार्टियों में शामिल रहते हुए अपना राजनीतिक सफर किया है। उन्हें अनुभव है, साथ ही बसपा का भी अपना वोट बैंक है। इससे बसपा का फायदा होगा।

सपा में रह चुके हैं सुबोध

भालचंद यादव के पुत्र सुबोध यादव समाजवादी पार्टी में रह चुके हैं। पिछले विधान सभा चुनाव में सुबोध को खलीलाबाद विधान सभा सीट से सपा का टिकट भी मिल गया था लेकिन बाद में टिकट कट गया। सुबोध अब बसपा से अपनी नई राजनीतिक पारी खेलने जा रहे हैं।

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