गोरखपुर में एक और निजी लैब को कोरोना जांच की अनुमति Gorakhpur News

करीब एक सप्ताह पूर्व लाइफ डायग्नोस्टिक सेंटर और अब शुक्रवार को तिलक पैथालॉजी को आइसीएमआर ने अनुमति दे दी।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 02:27 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 02:27 PM (IST)
गोरखपुर में एक और निजी लैब को कोरोना जांच की अनुमति Gorakhpur News
गोरखपुर में एक और निजी लैब को कोरोना जांच की अनुमति Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने शहर के एक और निजी लैब, तिलक पैथोलॉजी को कोरोना जांच की अनुमति दे दी है शहर का यह दूसरा निजी लैब है। हालांकि तीन और निजी लैबों के कलेक्शन सेंटर कोरोना जांच के लिए नमूने लेते हैं, जो नोएडा व गुरुग्राम की लैबों में जांच कराते हैं।

जांच के लिए पहले मिली तीन अस्‍पतालों को अनुमति

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए 16 जून को शहर के लाइफ केयर डायग्नोस्टिक सेंटर, तिलक पैथालॉजी और गुरु श्रीगोरक्षनाथ चिकित्सालय को शासन ने जांच की अनुमित प्रदान कर दी थी लेकिन आइसीएमआर की आपत्ति के बाद 26 जून को इनकी अनुमति निरस्त कर दी गई। करीब एक सप्ताह पूर्व लाइफ डायग्नोस्टिक सेंटर और अब शुक्रवार को तिलक पैथालॉजी को आइसीएमआर ने अनुमति दे दी। यह दोनों सेंटर रीयल टाइम पॉलिमर चेन रियेक्शन (आरटीपीसीआर) मशीन से जांच करेंगे। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने इसकी पुष्टि की।

गुरु श्रीगोरक्षनाथ चिकित्सालय से भेजा गया आवेदन

गुरु श्रीगोरक्षनाथ चिकित्सालय की लैब से भी कोरोना जांच की अनुमित के लिए आइसीएमआर को आवदेन भेजा गया है। पैथोलॉजी के हेड डॉ. अवधेश अग्रवाल ने बताया कि आइसीएमआर के मानकों के अनुसार सारी औपचारिकताएं पूरी हैं। एक-दो दिन में अनुमति मिलने की उम्मीद है। अनुमति मिलने के बाद गोरखपुर शहर में तीन निजी अस्‍पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच होगी। इससे गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज पर जांच का भार कम होने की उम्‍मीद की जा रही है। हालांकि जिस तरह से कोरोना के बेहिसाब मरीज प्रतिदिन मिल रहे हैं, उससे जांच के दबाव में कोई खास अंतर नहीं आ सकेगा, लेकिन शहर के तीनों निजी अस्‍पतालों में जांच की अनुमति मिलना भी कम नहीं है। बताते हैं कि बहुत ऐसे लोग हैं जिन्‍हें खांसी आदि की परेशानी है पर वह मेडिकल कालेज में जांच नहीं कराना चाहते हैं। वह प्राइवेट में ही जांच कराना चाहते हैं। तीनों निजी अस्‍पतालों में ऐसे ही लोगों की भीड़ रहेगी।

सैनिटाइज कराएं न्यायालय

एक सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जनपद न्यायाधीश गोविन्द बल्लभ (शर्मा) ने न्यायालय सैनिटाइज करने के लिए नगर आयुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में न्यायालय परिसर, न्यायालय भवन, कार्यालय, न्यायिक अफसरों के आवास को शनिवार और रविवार को पूरी तरह सैनिटाइज कराने को कहा गया है।

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