आ गया बावरिया लुटेरों का सीजन, एडीजी ने जारी किया अलर्ट

ठंड शुरू होते ही बावरिया गिरोह अापराधिक वारदातों को अंजाम देना शुरू कर देता है। इसे लेकर एडीजी गोरखपुर जोन दावा शेरपा ने सभी पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर अलर्ट जारी किया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 10:37 AM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 09:30 AM (IST)
आ गया बावरिया लुटेरों का सीजन, एडीजी ने जारी किया अलर्ट
आ गया बावरिया लुटेरों का सीजन, एडीजी ने जारी किया अलर्ट

गोरखपुर, नवनीत त्रिपाठी। ठंड शुरू होने के साथ ही बावरिया लुटेरों का कहर शुरू हो जाता है। इसे रोकने के लिए एडीजी दावा शेरपा ने जोन के सभी पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर सजग किया है। पत्र में उन्होंने शहर की बाहरी कालोनियों में गश्त बढ़ाने तथा सड़क के किनारे और बागों में डेरा बनाकर रहने वालों, प्लास्टिक के सजावटी फूल व खिलौने बेचने वालों और भिखारियों को चेक करने का निर्देश दिया है। बावरिया लुटेरे दीपावली में अमावस्या की रात से लेकर होलिका दहन होने तक वारदातों को अंजाम देते हैं। लूटपाट से पहले आमतौर से ये लुटेरे घर में मौजूद लोगों की हत्या भी कर देते हैं। इस तरह की घटना रोकने के लिए ही एडीजी ने जोन पुलिस को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।
बता दें कि दीपावली के पहले ही दैनिक जागरण ने 22 अक्टूबर के अंक में 'सावधान ! आ गया बावरिया लुटेरों का सीजन शीर्षक से खबर प्रकाशित कर पुलिस के साथ ही साथ हर आम-ओ-खास को सजग किया था। दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेकर एडीजी ने जोन में इन लुटेरों को लेकर अलर्ट जारी किया है। सभी पुलिस अधीक्षकों को भेजे गए पत्र में उन्होंने लिखा है कि ठंड में बावरिया लुटेरों के लूटपाट करने की आशंका बनी रहती है। इस गिरोह के लोग आमतौर से सड़क के किनारे या बाग में डेरा बनाकर रहते हैं। भीख मांगने, प्लास्टिक के सजावटी फूल और खिलौने बेचने के बहाने शहर के बाहरी हिस्सों में बनी कालोनियों की रेकी करते हैं। बाद में मुफीद मौका देखकर लूटपाट की वारदात को अंजाम देने के बाद बाद शहर से फरार हो जाते हैं। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एडीजी ने जोन पुलिस को शहर के बाहरी इलाकों में नियमित गश्त करने और डेरा बनकर रहे लोगों तथा खिलौने और फूल बेचने वालों की सघन चेकिंग करने का निर्देश दिया है।

शहर में कई बार अंजाम दे चुके हैं वारदात

- 20 नवम्बर 2000 की रात बावरिया लुटेरों ने पहली बार खोराबार थाना क्षेत्र के शिवाजीनगर कालोनी में राकेश राय के घर पर धावा बोल दो ब'चों सहित छह लोगों की हत्या कर दी थी।

- 21 अक्टूबर 2001 की रात इन लुटेरों ने गोरखनाथ थाना क्षेत्र के वृंदावन कालोनी में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या और एक युवक को गंभीर रूप से घायल कर लूटपाट किया था।

- अक्टूबर 2010 में बावरिया लुटेरों ने गुलरिहा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर निवासी संजीव श्रीवास्तव के घर पर धावा बोलकर परिवार के सभी लोगों को घायल करने के बाद लूटपाट किया था।

- वर्ष 2011 में चिलुआताल के ग्रीन सिटी में एक युवक की हत्या कर उसके घर में लूटपाट की थी।

यह बरतें सावधानी

- घर में मजबूत खिड़की, दरवाजे लगवाएं, अंदर से बंद करने के लिए फैंसी कुंडी की जगह मजबूत कुंडी का चुनाव करें।

- कालोनी के अधिकतर लोगों का मोबाइल नम्बर घर में रखें। यदि रात के सन्नाटे में कोई संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि दिखे तो फोन से सबको इसकी जानकारी देकर सतर्क करें।

- स्थानीय थाने, पुलिस चौकी के साथ ही अधिकारियों का भी मोबाइल नंबर घर में रखें। किसी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि दिखने पर तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दें।

- रात में किसी परिचित के भी बुलाने पर तभी दरवाजा खोलें जब आपको यकीन हो जाए कि आवाज लगाने वाला व्यक्ति वही है, जिसे आप समझ रहे हैं।

- घर के बरामदे में या अगल-बगल असामान्य आवाज सुनाई देने पर भी हड़बड़ी में दरवाजा न खोलें।

- संदेह होने पर घर के अंदर और बाहर की लाइटें जला दें। पड़ोसियों को भी फोन कर ऐसा ही करने को कहें।

जारी किया गया अलर्ट

इस संबंध में एडीजी गोरखपुर जोन दावा शेरपा ने कहा कि जाड़े के मौसम में बावरिया लुटेरों के वारदात करने की आशंका बनी रहती है। इसको देखते हुए जोन में अलर्ट जारी किया गया है। सभी पुलिस अधीक्षकों को शहर की बाहरी और नई कालोनियों में गश्त बढ़ाने के साथ ही डेरा बनाकर रह रहे लोगों को चेक करने का निर्देश दिया गया है।

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