मौज की जिंदगी के लिए सिपाही बनकर करते थे वसूली, जानें-युवक कैसे बन रहे लुटेरा Gorakhpur News
पकड़े गए आरोपित ने पूछताछ में बताया कि मौज से जिंदगी गुजारने के लिए दो दोस्तों के साथ मिलकर वह वसूली करता था। अच्छी कद-काठी की वजह से खुद को सिपाही बताने पर लोग भरोसा करतेे थेे।
गोरखपुर, जेएनएन। खुद को एसटीएफ का सिपाही बताकर बुधवार की रात बांसगांव में गोगहरा पुल के पास वाहनों से वसूली कर रहे युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से एक बाइक बरामद हुई है। वसूली में शामिल उसके दो अन्य साथी फरार हो गए। उनकी तलाश की जा रही है। इससे पहले भी एसटीएफ का सिपाही बनकर उनके वसूली करने की शिकायतें मिल चुकी हैं। युवक ने बताया कि मौज से जिंदगी गुजारने के लिए दो दोस्तों के साथ मिलकर वसूली करता था।
ऐसे पकड़ में आया बदमाश
गिरफ्तार आरोपित की पहचान खजनी क्षेत्र के उनवल कस्बे में वार्ड संख्या सात निवासी सुधीर यादव के रूप में हुई है। सिपाही बनकर वसूली कर रहे लोगों का शिकार हुए एक राहगीर ने बुधवार की रात बांसगांव थाने पहुंचकर पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद थानेदार ने अपनी टीम के साथ घेराबंदी कर वसूली कर रहे युवकों में से एक को दबोच लिया, लेकिन उसके दो अन्य साथी अंधेरे का लाभ उठाकर भाग निकले में सफल हो गए।
दो पहिया वाहनों की जांच के बहाने करते थे वसूली
पुलिस के मुताबिक रात में गोगहरा पुल से होकर गुजरने वाले दो पहिया वाहनों को चेकिंग के नाम पर रोक कर रुपये छीन ले रहे थे। पकड़े गए आरोपित ने पूछताछ में बताया कि मौज से जिंदगी गुजारने के लिए दो दोस्तों के साथ मिलकर वह वसूली करता था। अच्छी कद-काठी की वजह से उनके खुद को सिपाही बताने पर भरोसा कर लोग डर की वजह से विरोध नहीं करते थे। इस मामले में उनके विरुद्ध लोक सेवक बताकर लूट करने का मुकदमा दर्ज हुआ है।