खाली प्लाट बने बीमारी पड़ाव

By Edited By: Publish:Sat, 23 Aug 2014 01:43 AM (IST) Updated:Sat, 23 Aug 2014 01:43 AM (IST)
खाली प्लाट बने बीमारी पड़ाव

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : कूड़ा पड़ाव स्थल धीरे-धीरे खत्म होने से मोहल्लों में गंदगी की समस्या बढ़ने के साथ आपसी विवाद के कारण बन रहे हैं। खाली प्लाटों और लोगों के घर के आसपास सड़क पर कूड़े गिराए जा रहे हैं और उनके निस्तारण में लापरवाही बरती जा रही है। कूड़ा सड़ने के कारण वातावरण दुर्गध के साथ विषाक्त हो रहा है।

पैडलेगंज निवासी डायट की प्रवक्ता रेनू सिंह की यही समस्या है। छात्रसंघ से पैडलेगंज की ओर बढ़ने पर पंजाबी कालोनी की बाएं तरफ की पहली गली में इनका मकान है। सामने सड़क व बगल में नगर निगम की जमीन है। सफाई कर्मचारी से लेकर आसपास के सभी लोग यहीं कूड़ा गिराते हैं। उन्होंनें इसकी आनलाइन शिकायत दर्ज कराई तो मौके पर पहुंचे सफाई कर्मियों ने जमीन में गढ्डा कर समस्या और बढ़ा दी। उनका कहना है कि सुपरवाइजर ने जानबूझ कर यहा ऐसा किया है।

माधोपुर में ट्रांसफार्मर के सामने सड़क को ही कूड़ा पड़ाव बना दिया है। इससे यहां आसपास रहने वाले शैलेंद्र खरे, श्रीराम शुक्ल, दीपक कुमार, धर्मवीर यादव, सुभाष कुमार, धर्मवीर यादव समेत अन्य लोग आजिज हो चुके हैं। लोगों का कहना है कि दुर्गध के कारण घर में रहना मुश्किल हो रहा है। निस्तारण में लापरवाही बरती जा रही है, चूने मिश्रित मैलाथियान का छिड़काव तो किया ही नहीं जाता है।

बेतियाहाता स्थित पशु चिकित्सालय गेट के बगल में भी मुख्य मार्ग की पटरी को लोगों ने कूड़ा पड़ाव बना दिया है। आसपास घरों की गंदगी से लेकर सड़े-गले सब्जियों व फलों के लगे ढेर से हमेशा बदबू उठती रहती है।

मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अरुण कुमार ने कहा कि अब कोई अपने घर के सामने या अगल-बगल कूड़ा पड़ाव के लिए जगह नहीं दे रहा, जो हैं उसे लोग विरोध कर बंद कराते जा रहे हैं इसलिए समस्या है। जहां तक गंदगी की बात है उसका निस्तारण कराया जाएगा।

chat bot
आपका साथी