गुरुजी गायब, राह देखते रहे नौनिहाल

गोंडा : क्षेत्र के सरयू-घाघरा नदियों के बीच के क्षेत्र में संचालित परिषदीय विद्यालयों में अध्या

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 11:38 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 11:38 PM (IST)
गुरुजी गायब, राह देखते रहे नौनिहाल
गुरुजी गायब, राह देखते रहे नौनिहाल

गोंडा : क्षेत्र के सरयू-घाघरा नदियों के बीच के क्षेत्र में संचालित परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों की मनमानी चरम पर है। कारण कोई घंटों लेट आता है तो कोई कई दिनों बाद भी नहीं दिखता। इसके चलते यहां के बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। दैनिक जागरण टीम ने जायजा लिया तो हकीकत सामने आ गयी। पेश है रिपोर्ट- सीन-एक

-समय सुबह 10:15 बजे। स्थान पूर्व माध्यमिक विद्यालय उल्टहवा मांझा। यह विद्यालय सरयू नदी के उस पार पसका के दयाल चौराहे पर बना है। यहां आठ-दस बच्चे स्कूल के बरामदे में बैठे गुरुजी के आने का इंतजार कर रहे थे। विद्यालय की रसोइया ने स्कूल को खोलकर बच्चों को बैठने के लिए टाटपट्टी बिछा दी थी। सीन-दो

-समय सुबह 10:30 बजे। स्थान-पूर्व माध्यमिक विद्यालय पसका द्वितीय। गनेश ¨सह गांव में यह विद्यालय बना है। इसके गेट के चैनल का ताला खुला हुआ था। स्कूल में तैनात अध्यापक शिवप्रसाद गत पांच नवंबर को अवकाश पत्र रखकर चले गए लेकिन उन्होंने कब तक का अवकाश लिया यह पत्र में लिखना शायद भूल गए। इस स्कूल का ताला बगल स्थित प्राथमिक विद्यालय पसका द्वितीय के अध्यापक महेश प्रताप ¨सह खोलकर तैनाती वाले स्कूल में पढ़ा रहे थे।

सीन-तीन

-समय सुबह 10:45 बजे। स्थान-प्राथमिक विद्यालय चंदापुर किटौली। घाघरा के मुहाने पर बने इस विद्यालय में दो अध्यापकों व दो शिक्षामित्रों की तैनाती है लेकिन वहां पहुंचने पर केवल दो अध्यापक ही मौजूद मिले। मांझा क्षेत्र का इकलौता विद्यालय होने के चलते इसमें छात्रों की संख्या भी काफी रहती है। स्कूल के पीछे बन रहे शौचालय में मानकों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसी तरह दो अध्यापकों की तैनाती होने के बावजूद प्राथमिक विद्यालय बरुहा मांझा पसका में केवल एक ही बच्चों को पढ़ाते दिखाई दिए। जिम्मेदार के बोल

-खंड शिक्षा अधिकारी राम प्रताप ¨सह ने कहा कि स्कूल से अनुपस्थित रहने वाले अध्यापकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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