खुले में शौच जाने को विवश 11 हजार छात्राएं

गोंडा : सरकारी स्कूलों में ही स्वच्छ भारत मिशन का दम घुट रहा है। ऐसे में 11 हजार से अ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Apr 2018 11:02 PM (IST) Updated:Sat, 07 Apr 2018 11:02 PM (IST)
खुले में शौच जाने को विवश 11 हजार छात्राएं
खुले में शौच जाने को विवश 11 हजार छात्राएं

गोंडा : सरकारी स्कूलों में ही स्वच्छ भारत मिशन का दम घुट रहा है। ऐसे में 11 हजार से अधिक छात्राएं खुले में शौच जाने को विवश हैं। उनपर हमेशा अनहोनी का खतरा बना रहता है। गंदा व जर्जर शौचालय एक ओर छात्रों को बीमारियों का शिकार बना रहा है वहीं दूसरी ओर दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। पंचायत विभाग स्कूलों में 66 शौचालय बनाने का दावा कर रहा है। अधिकारी सब जानकर भी अनजान हैं। प्रस्तुत है रिपोर्ट-

²श्य-एक

-रामापुर उच्च प्राथमिक विद्यालय। यहां शौचालय इतना गंदा व जर्जर है कि इसमें छात्र जाना पसंद नहीं करते। छात्राएं खुले में शौच जाने को विवश हैं। शौचालय देखने से ऐसा लग रहा था कि इसे महीनों से नहीं साफ किया गया है। एक छात्र ने कहा कि हम शौचालय में गंदगी के कारण बाहर खेत में शौच जाते हैं।

²श्य-दो

-प्राथमिक विद्यालय शाहजोत। शिक्षक र¨वद्र दूबे के अनुसार सफाई कर्मी गायब हैं। बच्चे शौचालय में जाने से डरते हैं। बराबर सफाई होती रहे तो शौचालय का उपयोग हो सके।

²श्य-तीन

-पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटराबाजार द्वितीय। यहां के शिक्षक अरुण ¨सह ने बताया कि स्कूल में 170 छात्राएं हैं। सफाई कर्मी कभी शौचालय देखने तक नहीं आता। यही के व्यायाम शिक्षक रवि यादव ने बताया कि यहां गंदगी की वजह से अक्सर छात्राएं बीमार रहती हैं।

²श्य-चार

-ब्लॉक संसाधन केंद्र। यहां बने शौचालय में गंदगी का ढेर लगा है। बराबर सफाई न होने से यह उपयोग लायक नहीं है। जबकि बीआरसी पर समय-समय पर शिक्षकों की ट्रे¨नग, कार्यशाला सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं। शिक्षक सऊद शेख ने कहा कि यहां कभी सफाई कर्मी आते ही नहीं हैं। वहीं सभासद फरमान खां ने कहा की स्कूलों में स्वच्छता होनी चाहिए।

नहीं आते सफाईकर्मी

-खंड शिक्षा अधिकारी जैनेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि सभी अध्यापक यही बताये हैं कि सफाई कर्मी विद्यालय नहीं आते। शौचालयों की हालत बदतर हो गई है। छात्र बाहर खुले में शौच जाने को विवश हैं। पंचायत विभाग को कई बार पत्र लिखा गया है। परिणाम अभी तक सिफर है।

डीपीआरओ को लिख रहे पत्र

-बीडीओ अनिरुद्ध प्रताप ¨सह ने कहा कि सफाई कर्मचारियों की शिकायतें बहुत आ रही हैं। ये स्कूल कभी जाते ही नहीं है। छात्रों को खुले में शौच जाना पड़े यह सफाईकर्मियों की गलती है। इसके बाबत डीपीआरओ को पत्र लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि एडीओ पंचायत के विरुद्ध भी विभागीय पत्र लिख रहे हैं।

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