मनभावन है यह रंगोली, नहीं होगी नष्ट

ग्राम समाज की भूमि पर अवैध रूप से संचालित स्कूल को तत्कालीन तहसीलदार ने सील कर दिया था। उसे पुन बगैर किसी आदेश के खोल दिया गया।ग्राम समाज की भूमि पर अवैध रूप से संचालित स्कूल को तत्कालीन तहसीलदार ने सील कर दिया था। उसे पुन बगैर किसी आदेश के खोल दिया गया।ग्राम समाज की भूमि पर अवैध रूप से संचालित स्कूल को तत्कालीन तहसीलदार ने सील कर दिया था। उसे पुन बगैर किसी आदेश के खोल दिया गया।ग्राम समाज की भूमि पर अवैध रूप से संचालित स्कूल को तत्कालीन तहसीलदार ने सील कर दिया था। उसे पुन बगैर किसी आदेश के खोल दिया गया।ग्राम समाज की भूमि पर अवैध रूप से संचालित स्कूल को तत्कालीन तहसीलदार ने सील कर दिया था। उसे पुन बगैर किसी आदेश के खोल दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 10:02 PM (IST) Updated:Tue, 22 Oct 2019 10:02 PM (IST)
मनभावन है यह रंगोली, नहीं होगी नष्ट
मनभावन है यह रंगोली, नहीं होगी नष्ट

गोंडा: घरों को सजाने संवारने में महिलाओं की सक्रियता व पीपल तिराहे पर बाजार में खरीदारी की भीड़ यह बता रही है कि दीपावली आ गई है। इस बार सजावट के लिए कई नई किस्म की सामग्री उपलब्ध है जो, लोगों को लुभा रही है। इस बार रंगोली भी ऐसी उपलब्ध है, जिसे हटाकर दूसरी जगह स्थापित किया जा सकता है।

माना जाता है कि दीपावली पर घरों की सफाई व पूजन करने से मां लक्ष्मी का वास होता है। पहले महिलाएं रंगों से घरों पर रंगोली बनाती थीं। इसे कई दिनों तक सहेजना मुश्किल होता था। बाद में कागज की रंगोली बाजार बाजार में आ गई। इसे चिपकाने के बाद हटाना मुश्किल हो जाता था। ऐसे में इस बार बाजार में कुछ नया आया है, यह लोगों को लुभा रहा है। यूज एंड सेव रंगोली अलग तरीके से बनाई गई है। यह लकड़ी पर बनाई गई है। इसे सजाने के लिए सितारों, नगों व शीशे का प्रयोग किया गया है। इसे लगाने के बाद निकालकर रखा जा सकता है। बाजार में शुभ-लाभ लिखे पट्टे भी लोगों को लुभा रहे हैं। इस बार इसमें भी कुछ नई तरीके की लड़ियां आई हैं। साथ ही तोरण भी लोगों को लुभा रहे हैं। इनसेट

फूलों की एडवांस बुकिग

- दीपावली पर पूजन के लिए फूलों की बुकिग अभी से ही शुरू हो गई है। कोई फूलों की माला का ऑर्डर दे रहा है तो, कोई फूलों की लड़ियां तैयार करवा रहा है। फूल का कारोबार करने वाले विष्णु सैनी का कहना है कि गेंदा व कमल के फूलों की माला की डिमांड अधिक है। इसका अलग-अलग रेट है। साथ ही कुछ लोगों ने घर के मंदिर को भी फूलों से सजाने का ऑर्डर दिया है।

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