3800 कुपोषित बच्चे चिन्हित, अभिभावकों ने मांगी गाए
पोषण माह अभियान के तहत गांवों में हुईं विविध गतिविधियां 35 अभिभावकों ने किया गाय के लिए आवेदन
गोंडा : पोषक आहार की कमी कहें या फिर देखभाल में लापरवाही। कुपोषण के शिकार हुए बच्चों की सेहत सुधर नहीं रही है। पोषण माह अभियान के तहत जिले में अबतक 3800 कुपोषित बच्चे चिह्नित किए गए हैं। 35 अभिभावकों ने प्रशासन ने गाय दिलाने की मांग की है। गाय लेने वाले पशुपालकों को भरण पोषण के लिए हर माह 900 रुपये प्रति गाय की दर से दिए जाने हैं।
बाल विकास परियोजना-17
कुल सेक्टर-109
आंगनबाड़ी केंद्र-3095
तैनात आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-2870
जिले में अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल-39
आश्रित गोवंश-4199
अभियान के तहत ये हुईं गतिविधियां
-3800 कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन
-170 मॉडल पोषण वाटिका की स्थापना
-बाल स्वास्थ्य पोषण दिवस का आयोजन
-घर-घर भ्रमण करके महिलाओं को जागरूक करना
-गाय के लिए 35 अभिभावकों का चयन
एक गाय पर 30 रुपये प्रतिदिन
- मुख्यमंत्री निराश्रित, बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत कुपोषित बच्चों के पात्र व इच्छुक परिवारों को जिले में संचालित गो-आश्रय केंद्र से गाय उपलब्ध कराई जाएगी। एक गाय पर प्रतिदिन 30 रुपये के हिसाब से 900 रुपये हरमाह लाभार्थी के खाते में ऑनलाइन भेजे जाएंगे।
बोले जिम्मेदार :-पोषण माह अभियान के तहत 28 सितंबर तक करीब 3800 कुपोषित बच्चे चिह्नित किए गए हैं। गाय के लिए 35 आवेदन आए हैं। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से गाय उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। इसके अलावा सभी परियोजनाओं में 10-10 आदर्श पोषण वाटिका की भी स्थापना कराई गई है।
- मनोज कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी