विकास कार्य के नाम पर पकड़ा गया 3.04 लाख रुपये का घोटाला

डीएम के आदेश पर पिपरीरावत गांव में हुई जांच में बड़ा राजफाश

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 10:32 PM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 10:32 PM (IST)
विकास कार्य के नाम पर पकड़ा गया 3.04 लाख रुपये का घोटाला
विकास कार्य के नाम पर पकड़ा गया 3.04 लाख रुपये का घोटाला

गोंडा : विकास कार्य के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। बिना हैंडपंप रिबोर कराए ही धनराशि हड़प ली गई। यही नहीं, इंटरलॉकिग कार्य भी अधूरा पाया गया। जांच के दौरान 3.04 लाख रुपये की अनियमितता प्रकाश

में आई है। डीएम ने ग्राम प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण तलब किया है। मामला विकासखंड हलधरमऊ की ग्राम पंचायत पिपरीरावत का है। यहां के निवासी विजय बहादुर सिंह ने डीएम को

शिकायती पत्र देकर विकास कार्यों में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इसके बाद मामले की जांच जिला समाज कल्याण

अधिकारी को सौंपी गई थी। जांच के दौरान गांव में हैंडपंप का रिबोर कराए बिना ही भुगतान की पुष्टि हुई। इसके अलावा इंटरलॉकिग कार्य में भी गड़बड़ी पाई गई। जांच टीम ने स्थानीय लोगों के भी बयान दर्ज किए। जांच अधिकारी ने बताया कि 3.04 लाख रुपये की अनियमितता पकड़ी गई है। इसके लिए ग्राम प्रधान के अलावा ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी दोषी हैं। डीएम डॉ. नितिन बंसल ने पंचायतीराज अधिनियम के तहत ग्राम प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी की है। 15 दिवस में संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। वहीं, ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश संबंधित अधिकारी को दिए हैं।

chat bot
आपका साथी