239 विद्यालयों ने नहीं भेजा छात्रों का विवरण

डीआइओएस कार्यालय में जमा करना था परीक्षार्थियों का विवरण छात्रों का डाटा भेजने में रूचि नहीं ले रहा प्रबंधन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 10:59 PM (IST) Updated:Tue, 17 Nov 2020 10:59 PM (IST)
239 विद्यालयों ने नहीं भेजा छात्रों का विवरण
239 विद्यालयों ने नहीं भेजा छात्रों का विवरण

गोंडा : यूपी बोर्ड परीक्षा-2021 के बोर्ड परीक्षार्थियों का विवरण जमा कराया जा रहा है लेकिन, यहां 239 विद्यालयों से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्रों का डाटा नहीं भेजा गया है। इसको लेकर अब संबंधित विद्यालय अधिकारियों के निशाने पर आ गए हैं। इन्हें तीन दिन का समय दिया गया है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद के बोर्ड परीक्षा की तैयारी चल रही है। विद्यालयों में छात्रों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब इनके विवरण की जांच होनी है। प्रधानाचार्यों को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में छात्रवार विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था। इसकी समीक्षा की गई तो लापरवाही की बात सामने आई है। जिम्मेदारों के रूचि न लेने से कार्य प्रभावित हो रहा है। इसको लेकर अब अंतिम अवसर दिया गया है।

विद्यालयों की बनाई गई सूची

- जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में छात्रों का विवरण न देने वाले विद्यालयों की सूची बनाई गई है। इनको डाटा उपलब्ध कराने को तीन दिन का समय दिया गया है। इसके बाद कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

बोले जिम्मेदार

- डीआइओएस अनूप कुमार कहना है कि विद्यालयों से छात्रों का विवरण मांगा गया है। इसमें लापरवाही बरतने वालों की सूची तलब की गई है। निर्धारित तिथि के बाद संबंधित की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

अंग्रेजी स्कूलों में नहीं हुई शिक्षकों की तैनाती

गोंडा : परसपुर विकास मंच ने बेसिक शिक्षा विभाग के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों के पदस्थापन का मुद्दा उठाया है। अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।

अरुण सिंह ने कहा कि यहां अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का चयन कर लिया गया। शिक्षकों के पदस्थापन को लेकर परीक्षा कराई गई लेकिन, उन्हें विद्यालय में तैनाती नहीं दी गई। ऐसे में यह स्कूल शासन की मंशा को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। त्रिलोकी नाथ तिवारी ने कहा कि अधिकारी गंभीर नहीं है। इससे योजना धरातल पर परवान नहीं चढ़ पा रही है। सत्य प्रकाश त्रिपाठी व अविनाश सिंह ने भी लापरवाही का आरोप लगाया है।

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