परवाह नहीं हमारी, कुर्सी से चिपके अधिकारी

गोंडा : बड़गांव पुलिस चौकी से मिश्रौलिया पुलिस चौकी तक पैदल चलना आसान नहीं है। हाइवे के दोनों तरफ फुट

By Edited By: Publish:Tue, 24 Nov 2015 11:42 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2015 11:42 PM (IST)
परवाह नहीं हमारी, कुर्सी से चिपके अधिकारी

गोंडा : बड़गांव पुलिस चौकी से मिश्रौलिया पुलिस चौकी तक पैदल चलना आसान नहीं है। हाइवे के दोनों तरफ फुटपाथ पर खराब वाहन व फल-सब्जी के ठेले खड़े हैं। हाइवे होने के कारण बड़े वाहनों का आवागमन रहता है। बुजुर्गों, महिलाओं, विकलांगों व स्कूली बच्चों को खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। अधिकारियों को इनकी परवाह नहीं है। वह अपनी कुर्सी छोड़कर धरातल पर उतरने को तैयार नहीं है। इससे पैदल चलने वालों की राह सुगम नहीं हो पा रही है। इस गंभीर समस्या के निदान के लिए अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों दोनों को पहल करनी होगी तभी पैदल चलने वालों की राह को सुगम बनाया जा सकेगा।

हमारी जुबानी फुटपाथ की कहानी

-मदन का कहना है कि बड़गांव पुलिस चौकी के सामने ही फुटपाथ पर अतिक्रमण है। हाइवे पर ही फल व चाट के ठेले खड़े रहते हैं। इससे रोजाना जाम भी लगा रहता है। पैदल चलने वाले लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। बावजूद इसके अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है। यदि अधिकारी गंभीर हो जाए तो पैदल चलने वालों की राह को सुगम बनाया जा सकता है।

-भागीरथ का कहना है कि सड़क व फुटपाथ की देखरेख के लिए जिस लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन पर लाखों रुपए प्रतिमाह पानी की तरह बहाए जाते हैं, वह लोग अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं। सरकारी जमीनें अतिक्रमण की चपेट में हैं। लेकिन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की जहमत नहीं उठा पा रहे हैं। इन अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा पैदल चलने वाले लोगों को सड़क पर चलकर भुगतना पड़ रहा है।

-विनोद चौबे का कहना है कि फुटपाथ पर अतिक्रमण होने से वह लोग तो किसी तरह से सड़क पर होकर अपने गंतव्यों तक पहुंच जाते हैं। लेकिन बुजुर्गों व विकलांगों के बारे सोचिए कि वह लोग सड़क पर कैसे चलते हैं। उन लोगों को पैदल चलते वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वाहनों के हार्न से ही वह डर जाते हैं। अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि बुजुर्ग व विकलांगों की राह सुगम हो सके।

-अजय तिवारी का कहना है कि उनके घरों के बच्चे स्कूलों को जाते हैं। जब तक वह लोग वापस घर सकुशल नहीं पहुंच जाते हैं तब उन लोगों को ¨चता बनी रहती है। नवीन गल्ला मंडी से बड़गांव पुलिस चौकी तक मार्ग के दोनों तरफ फुटपाथ अतिक्रमण का शिकार हो गए। कुछ लोगों ने खराब वाहनों को सड़क के किनारे खड़ा कर दिया है जिससे पैदल चलने में और भी असुविधा हो रही है। प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को उन लोगों की पीड़ा को समझना चाहिए।

फुटपाथ का न होना अहम समस्या

हाइवे निर्माण के दौरान फुटपाथ के निर्माण पर कार्यदाई संस्था ने ध्यान नहीं दिया। इससे फुटपाथ का निर्माण नहीं हो सका। फुटपाथ के लिए जमीनें छोड़ दी गई थी जिस पर अब अतिक्रमण हो चुका है।

यहां होती हैं समस्याएं

-बड़गांव पुलिस चौकी से आगे गल्ला मंडी जाने वाले मोड़ पर

- पुराने बिजली दफ्तर के बगल

-नवीन गल्ला मंडी के सामने

-पेट्रोल पंप के पास

-धर्मकाटा के पास

-कुंवर टाकीज के पास

-मिश्रौलिया चौकी के मोड़ के पास

बहानेबाजी की हद कर दी सिटी मजिस्ट्रेट साहब

सिटी मजिस्ट्रेट एके शुक्ल का कहना है कि प्रधानी चुनाव के चलते अभियान चलाने में देरी हो रही है। पहले त्योहार को निपटाने में फंसे रहे। अब चुनाव में व्यस्त है। अतिक्रमण हटवाने के लिए वह प्रयासरत है। फुटपाथों का भी निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई की। इसके बारे में जवाब तलब किया है।

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