कोरोना के बाद सही खानपान से जाएगी थकान

जागरण संवाददाता गाजीपुर कोरोना को मात देने के बाद भी बनी रहने वाली शारीरिक थकान और कमजोरी को दूर करने के लिए सही खानपान का सहारा लें।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 May 2021 05:45 PM (IST) Updated:Tue, 25 May 2021 07:52 PM (IST)
कोरोना के बाद सही खानपान से जाएगी थकान
कोरोना के बाद सही खानपान से जाएगी थकान

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : कोरोना को मात देने के बाद भी बनी रहने वाली शारीरिक थकान और कमजोरी को दूर करने का सबसे सरल और सटीक उपाय है अपने खानपान में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें जो ऊर्जा बढ़ाने वाले हों। इसके लिए किसी चिकित्सक या दवा की जरूरत नहीं है, बल्कि इसकी दवा तो आपकी रसोई में ही मौजूद है। बस जरूरत है उसे जानने और दूसरों को समझाने की।

वरिष्ठ फिजिशियन व एसीएमओ डा. प्रगति कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश के आयुष इकाई के महाप्रबंधक डा. रामजी वर्मा के अनुसार केला, सेब, संतरा और नींबू जैसे ऊर्जा बढ़ाने वाले फलों के सेवन से कोरोना के बाद महसूस होने वाली थकान व कमजोरी को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा सलाद और भोजन में उपयुक्त कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन भी शामिल करें। आर्गेनिक शहद और नींबू के साथ गर्म पानी का सेवन भी किया जा सकता है, जो कि थकान को दूर करता है। बताया सूखी खांसी व गले में खराश को दूर करने में आयुष का घरेलू उपचार बहुत ही कारगर है।

कोविड लक्षणों से आराम के लिए तुलसी के पत्तों के साथ गर्म पानी का सेवन करें। अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें। शर्करा युक्त पेय, शराब और काफी के सेवन से बचें, क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन होता है। दिन में दो से तीन बार मुंह से भाप लेना भी इससे निजात दिलाने में फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा लौंग के पाउडर को मिश्री/शहद के साथ मिलाकर दिन में दो से तीन बार सेवन करने से भी इस तरह की समस्या दूर हो सकती है।

डा. वर्मा का कहना है कि अगर इसके बाद भी दिक्कत ठीक नहीं होती है तब चिकित्सक की सलाह लें। जानकारी के अभाव में लोग इसके लिए चिकित्सक की सलाह लिए बगैर मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदकर आजमाने लगते हैं, जो कि नुकसानदेह साबित हो सकती है।

----

आजमाएं आयुर्वेदिक नुस्खे

डा. वर्मा ने बताया भोजन में हल्दी, धनिया जीरा और लहसुन का इस्तेमाल भी इसमें बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा दूध में हल्दी मिलाकर पीकर, गुनगुना पानी और हर्बल चाय/काढ़ा पीकर भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही योग, ध्यान और प्राणायाम का भी सहारा लिया जा सकता है।

chat bot
आपका साथी