18 से 29 वर्ष के बीच महिलाएं अधिक करती हैं आत्महत्या

राजकीय महिला पीजी कालेज में विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह- 2019 केके तहत मनोविज्ञान विभाग में आत्महत्या कारण एवं निवारणविषय पर चार्ट- पोस्टर एवं विचार अभिव्यक्ति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विशिष्ट वक्ता डा. इकलाख खान ने आत्महत्या के विभिन्न प्रकारों

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 04:57 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 04:57 PM (IST)
18 से 29 वर्ष के बीच महिलाएं अधिक करती हैं आत्महत्या
18 से 29 वर्ष के बीच महिलाएं अधिक करती हैं आत्महत्या

जासं, गाजीपुर : राजकीय महिला पीजी कालेज में विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह- 2019 केके तहत मनोविज्ञान विभाग में 'आत्महत्या: कारण एवं निवारण' विषय पर चार्ट- पोस्टर एवं विचार अभिव्यक्ति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विशिष्ट वक्ता डा. इकलाख खान ने बताया कि वैश्विक स्तर पर प्रति लाख आबादी पर आत्महत्या का दर 12 है जबकि यह भारत में 11 है। दक्षिण भारत में तमिलनाडु, कर्नाटक एवं केरल में अधिक आत्म हत्याएं होती हैं।

डा. केके सिंह ने बताया कि वैवाहिक एवं पारिवारिक कुसमायोजन के कारण महिलाएं 18 वर्ष से 29 वर्ष की उम्र में अधिक आत्महत्या करती हैं। अपने आसपास कहीं भी नकारात्मकता न फटकने को आत्महत्या से लड़ने का एक सफल मंत्र बताया। पल्लवी पांडेय ने 'टॉक थेरेपी' द्वारा एक दूसरे से बात करने तथा अपने अंत‌र्द्वंदों को साझा करने की युक्ति को नकारात्मकता एवं अवसाद से लड़ने का सरल तरीका बताया। डा. केके वर्मा अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भी विचार साझा किया। प्राचार्य प्रोफेसर डा. सविता भारद्वाज ने विषय को प्रासंगिक बताते हुए युवाओं से अपने आसपास जो है उसमें संतोष करने तथा सामाजिक होने की बात कही। इसके पूर्व मुख्य अतिथि, प्राचार्य एवं निर्णायक डा. शम्भू शरण प्रसाद, डा. संतन कुमार राम ने चार्ट एवं पोस्टर प्रतियोगिता का निरीक्षण किया। चार्ट प्रतियोगिता में सौम्या मिश्रा प्रथम, प्रभा यादव द्वितीय तथा राफिया मनाजिर तृतीय स्थान पर रही। जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में अदिति सिंह सिंह प्रथम तथा नीतू मोदनवाल एवं संगीता यादव संयुक्त रूप से द्वितीय तथा ममता पासवान तृतीय स्थान पर रही। विचार अभिव्यक्ति प्रतियोगिता में सौम्या मिश्रा प्रथम, पल्लवी पांडेय द्वितीय तथा आयुषी राय तृतीय स्थान पर रहीं। संयोजन तथा संचालन मनोविज्ञान परिषद के अध्यक्ष एवं रेंजर प्रभारी डा. शिवकुमार ने तथा आभार ज्ञापन जरीन फातिमा ने किया। इसमें डा. अनिता कुमारी, डा. विकास सिंह, डा. सारिका सिंह, डा. निरंजन कुमार यादव तथा मनोविज्ञान एवं रेंजर से जुड़ी सुधी छात्राएं उपस्थित रहीं।

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