एक कक्षा में 20 छात्र, रहेगी छह फीट की दूरी

जागरण संवाददाता गाजीपुर सरकार के निर्देश पर 19 अक्टूबर से खोले जा रहे माध्यमिक विद्यालयो

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Oct 2020 10:47 PM (IST) Updated:Wed, 14 Oct 2020 10:47 PM (IST)
एक कक्षा में 20 छात्र, रहेगी छह फीट की दूरी
एक कक्षा में 20 छात्र, रहेगी छह फीट की दूरी

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सरकार के निर्देश पर 19 अक्टूबर से खोले जा रहे माध्यमिक विद्यालयों को लेकर गाइड लाइन जारी कर दी गई है। एक कक्षा में अधिकतम 20 छात्र बैठ सकेंगे। छात्रों की आपसी दूरी कम से कम छह फीट रखनी होगी। सभी छात्र-छात्राओं को मास्क एवं फेस कवर लगाना अनिवार्य होगा। हाथ धोने के लिए गेट पर साबुन और सैनिटाइजर की व्यवस्था किया जाना जरूरी होगा। हैंड ग्लब्स पहनना और आरोग्य सेतु एप का प्रयोग करना होगा। विद्यालय के अंदर घुसने से पहले छात्रों की थर्मल स्कैनिग कराना होगा। पूरे विद्यालय को प्रतिदिन दोनों पालियों में सैनिटाइज कराना होगा। उक्त बातें डीआइओएस डा. ओपी राय ने कहीं। वह बुधवार को राजकीय बालिका इंटर कालेज में प्रधानाचार्यों की बैठक ले रहे थे। इसमें 28 राजकीय हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट कालेज और 96 एडेड माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य शामिल हुए। गुरुवार को स्वामी सहजानंद पीजी कालेज के वित्तविहीन व सीबीएसइ के प्रधानाचार्यों की बैठक होगी।

कोविड -19 के चलते शिक्षण संस्थाए पिछले मार्च माह से बंद हैं। इन्हें पुन: 19 अक्टूबर से खोलने का फरमान सरकार द्वारा जारी कर दिया गया है। जिस विद्यालय पर छात्र संख्या सौ से कम है, वहां एक पाली में और जहां संख्या दो सौ तक है वहां दोनों पालियों में विद्यालय संचालित होंगे। इससे अधिक संख्या होने पर अल्टरनेट डे व्यवस्था के तहत विद्यालय संचालित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पांच राजकीय बालिका इंटर कालेज हैं जहां बालिकाओं की संख्या सौ से कम है। इन विद्यालयों पर शिक्षण कार्य एक पाली में किया जाएगा। विद्यालय के खुलने का समय सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक होगा, लेकिन जहां दोनों पाली में चलना है वहां समय नौ से 12 और एक से चार बजे तक होगा। बैठक में प्रधानाचार्य उदय राज, सिस्टर अलफोंसा, गोपाल सिंह, मार्कंडेय यादव, छबिनाथ मिश्र, हरेंद्र कुमार, राम अवतार यादव, सीपी सिंह, जयप्रकाश गुप्ता, एलफेन्सा, सुधीर कुमार विश्वास, गोपीनाथ मौर्या, पायल जायसवाल शिवजी सिंह सहित सभी प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।

छात्र को कोरोना हुआ तो प्रधानाचार्य जिम्मेदार

: डीआइओएस ने कहा कि जिन विद्यालयों पर थर्मल स्कैनिग और सैनिटाइजर मशीन उपलब्ध नहीं होगी और अगर वहां कोई छात्र कोरोना से संक्रमित पाया जाता है तो उस प्रधानाचार्य के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी जाएगी। छात्र के इलाज में जो खर्च आएगा उसे प्रधानाचार्य को वहन करना पड़ेगा।

बोले प्रधानाचार्य..

: स्वास्थ्य एव परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जो गाइड लाइन जारी की गई है, उसका पूर्ण रूपेण पालन किया जाएगा, हालांकि सभी विद्यालयों पर एक तरह की सुविधाएं नहीं हैं। मास्क, सैनिटाइजर, हैंड ग्लब्स, हाथ धोने के लिए साबुन रखने की व्यवस्था तो लगभग सभी विद्यालयों पर हो जाएगी लेकिन अन्य निर्देशों के क्रियान्वयन में कठिनाई आएगी।

- रामअवतार यादव, प्रधानाचार्य राजकीय हाईस्कूल सौरी।

: बच्चों को बैठाने के लिए डेस्क को दूर-दूर कर दिया गया है। शासन के गाइडलाइन के अनुसार दो पालियों में बच्चों को बुलाया जाएगा, जिससे सोशल डिस्टेंसिग के नियमों का पालन हो सके। वहीं विद्यालय खुलने से पहले विद्यालय को सैनिटाइज किया जाएगा। छात्र अपना मास्क व सैनिटाइजर साथ लेकर आएंगे। यदि किसी छात्र की तबीयत खराब है तो उसे घर भेज दिया जाएगा।

- डा. सुरजीत कुमार, प्रबंधक राजेश्वरी इंटर कालेज, बहादुरगंज। : बच्चों को सैनिटाइज करने के बाद ही कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा। बिना मास्क के उन्हें अंदर प्रवेश नहीं मिलेगा। वहीं मुख्य द्वार पर थर्मल स्कैनिग कराई जाएगी। हमारी पूरी कोशिश यही रहेगी कि बच्चे संक्रमित न हों। विद्यालय स्तर पर सारी तैयारियां पूरी की जा रही हैं। - पूनम शर्मा, प्रधानाचार्य, कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल, बड़ौरा कासिमाबाद

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