पुलिस के खौफ से गई दो युवकों की जान
महराजगंज (गाजीपुर) : शहर कोतवाली क्षेत्र के डिलिया ग्राम सभा के नरयनापुर में गुरुवार की शाम पुलिस
महराजगंज (गाजीपुर) : शहर कोतवाली क्षेत्र के डिलिया ग्राम सभा के नरयनापुर में गुरुवार की शाम पुलिस के खौफ से दो युवकों की जान चली गई। उनकी मौत से उनके घरों में कोहराम मच गया। शाम करीब छह बजे ग्रामीणों ने किसी तरह कुएं से दोनों युवकों का शव बाहर निकाला। सूचना पर पहुंची पुलिस शवों को कब्जे में ले ली।
कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि नरयनापुर गांव में काफी मात्रा में कच्ची शराब बनाने का धंधा चल रही है। पुलिस दोपहर में छापेमारी की तो शराब बाने वाले दो लोग उपकरण व कच्ची शराब से भरा गैलन पास के कुएं में फेंक दिए। पुलिस के जाने के बाद नंदगंज के अगस्ता गांव निवासी बबलू ¨बद (40) व शहर कोतवाली क्षेत्र के डिलिया नरयनापुर गांव निवासी नीरज ¨बद (28) कुएं में उतरकर कच्ची शराब व उपकरण निकालने लगे। कुएं में निकल रही जहरीली गैस से वे अचेत हो गए। कुछ ही देर बाद दम घुटने से उनकी मौत हो गई। नीरज व बबलू की मौत की सूचना मिलने पर परिवार के लोग भी रोते-बिलखते घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस के अनुसार नरयनापुर गांव में दोनों युवक काफी दिनों से कच्ची शराब बनाकर बेचते थे। जब पुलिस छापा मारती थी तो वे कुएं में कच्ची शराब से भरा गैलन व उपकरण फेंक देते थे।
कई सालों से चल रहा है कच्ची शराब का धंधा
शहर कोतवाली क्षेत्र के नरयनापुर गांव में कच्ची शराब बनाकर बेचने का धंधा कई सालों से चल रहा था। इस शराब को पीने से कईयों की जान भी जा चुकी है। इसके बावजूद न तो कोतवाली पुलिस ना ही आबकारी विभाग की टीम कच्ची शराब के धंधे को बंद नहीं करा सकी। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस कच्ची शराब का कारोबार बंद करा देती तो शायद आज यह घटना नहीं होती।
ईट-भट्ठों तक सीमित है आबकारी विभाग
पुलिस से कम दोषी आबकारी विभाग नहीं है। वह केवल ईट-भट्ठों पर छापेमारी कर अपना कोरम पूरा कर लेता है। कुछ सालों से कच्ची शराब बनाने व बेचने का कारोबार जिले में काफी फल-फूल रहा है। जब अधिकारियों का निर्देश होता है तो पुलिस व आबकारी विभाग की टीम छापेमारी करती है। अन्य दिनों में धड़ल्ले से कच्ची शराब का कारोबार होता है।