पुलिस की सुस्ती से तस्करों के हौंसले बुलंद, पलायन को मजबूर पीड़ित परिवार
जागरण संवाददातामोदीनगर भोजपुर थाने के नाहली गांव में खुन्नस निकालने के लिए पशुओं को जहर
जागरण संवाददाता,मोदीनगर: भोजपुर थाने के नाहली गांव में खुन्नस निकालने के लिए पशुओं को जहर देने की घटना को छह दिन का समय बीत चुका है। लेकिन पुलिस अभी तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस की सुस्ती और आरोपितों के बुलंद हौंसले के चलते पीड़ित परिवार का सब्र जवाब दे चुका है। परिवार अब गांव से पलायन करने को मजबूर है। वहीं, पुलिस अधिकारी जल्द कार्रवाई की बात कहकर अपनी जवाबदेही से बच रहे हैं। नाहली गांव में नौ जून को वरिस अली की गाय और चार भैंसों को जहर दे दिया गया था। इनमें गाय समेत चार पशुओं की मौत हो गई थी। पीड़ित ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। छानबीन में सामने आया था कि गांव में रहने वाले गाय तस्करों ने इस वारदात को अंजाम दिया था। आरोपितों को संदेह था कि पिछले दिनों उनके द्वारा की गई गाय की हत्या करने की सूचना वरिस ने ही पुलिस को दी थी। पुलिस ने मौके से मीट और अन्य सामान भी बरामद किया था। आरोपित उस मामले में जेल भी गए थे। हाल ही में वे जमानत पर छूटकर बाहर आए हैं। इसके बाद से आरोपित वरिस से खुन्नस रखने लगे। पीड़ित परिवार की गाय, भैंस के दूध बेचने से ही रोजी रोटी चलती थी। लेकिन अब उसके परिवार के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। वरिस ने बताया कि पुलिस का भी उसे कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। जबकि आरोपितों के हौंसले बुलंद हैं। भैंस और गाय मरने से उसके परिवार के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। असुरक्षा के कारण उनके सामने पलायन करने की मजबूरी है। इस बारे में एसएचओ भोजपुर धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि पुलिस पीड़ित परिवार के साथ है। किसी भी स्थिति में पीड़ित परिवार को पलायन नहीं करने दिया जाएगा, आरोपितों पर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।