साहब! थाने में शौचालय बनवा दें तो अच्छा रहेगा
जागरण संवाददाता गाजियाबाद साहब..मोदीनगर थाने में शौचालय नहीं है। बड़ी दिक्कत होती है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद :
साहब..मोदीनगर थाने में शौचालय नहीं है। बड़ी दिक्कत होती है। अगर शौचालय बन जाए तो अच्छा होगा। एसएसपी दफ्तर में रविवार को पुलिसकर्मियों की समस्याएं सुनने के लिए पहली बार दरबार लगा। उसमें दो पुलिसकर्मियों ने यह समस्या बयां की। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने तत्काल इसके लिए 50 हजार रुपये का फंड आवंटित कर दिया। पांच घंटे के दौरान 248 शिकायतें आईं। इनमें से 200 का त्वरित निस्तारण कर दिया गया। ज्यादातर शिकायतें तबादले को लेकर थीं। पहली बार मौके पर ही 70 पुलिसकर्मियों का इच्छा के अनुसार तबादला कर दिया गया।
एसएसपी ने बताया कि पुलिसकर्मी विभिन्न समस्याओं के कारण ड्यूटी में भी रुचि नहीं लेते हैं। तनाव के कारण उनके काम पर बुरा असर पड़ता है। इससे कार्य करने की गुणवत्ता में भी कमी आती है। इस कारण उन्होंने पुलिसकर्मियों की समस्या सुनने का निर्णय लिया। रविवार सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तब समस्याएं सुनी गईं। पुलिसकर्मियों ने जनपद के अंदर तबादला, गैर जनपद तबादला, आवास, अवकाश, परेड माफी, प्रोन्नति विसंगति, वर्दी, रात्रि गणना माफी, पुलिस मॉडर्न स्कूल व वेतन विसंगति, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, भत्ता, टीएडीए, बोनस, एरियर संबंधी करीब 250 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए। रिटायरमेंट के करीब कुछ पुलिसकर्मियों ने शारीरिक रूप से असमर्थ होने के कारण घर के करीब तैनाती देने की गुजारिश की। गैर जनपद तबादला चाहने वाले पुलिस वालों का प्रार्थना पत्र अधिकृत आला अफसरों को भेज दिया गया। एक सिपाही को पिछले जनपद में तैनाती के दौरान दिवाली का बोनस व कई अन्य को सातवें वेतन आयोग का एरियर नहीं मिला था। उन्होंने तत्काल एरियर, बोनस देने का आदेश दिया। विजय नगर थाने में तैनात 59 वर्षीय सब इंस्पेक्टर राजवीर सिंह कैंसर से पीड़ित हैं। उन्होंने समन सेल में तैनात होने की इच्छा जताई। उन्होंने उसे समन सेल का प्रभारी बना दिया। एसएसपी ने बताया कि जब पुलिसकर्मियों को कोई समस्या नहीं होगी तो वह काम में दिलचस्पी दिखाएंगे। तनावमुक्त होकर काम करने से अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सकेगा। एसपी सिटी और एसपी देहात ने भी समस्याएं सुनीं और उनका निस्तारण किया।