चुनिदा सैलून खुले, नहीं दिखा नियमों का पालन

दो माह से ज्यादा वक्त तक बंद रहे सैलून सोमवार को खुलने थे। लॉकडाउन में लंबे हुए बालों को कटवाने पहुंचे लोगों को मायूसी हाथ लगी। ज्यादातर सैलून के शटर बंद मिले। शहर में इक्का-दुक्का सैलून ही खुले जहां कोरोना से बचने के उपाय नहीं अपनाए गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 09:00 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 09:00 PM (IST)
चुनिदा सैलून खुले, नहीं दिखा नियमों का पालन
चुनिदा सैलून खुले, नहीं दिखा नियमों का पालन

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दो माह से ज्यादा वक्त तक बंद रहे सैलून सोमवार को खुलने थे। लॉकडाउन में लंबे हुए बालों को कटवाने पहुंचे लोगों को मायूसी हाथ लगी। ज्यादातर सैलून के शटर बंद मिले। शहर में इक्का-दुक्का सैलून ही खुले, जहां कोरोना से बचने के उपाय नहीं अपनाए गए।

आरडीसी में नौ सैलून में से एक ही खुला। पिज्जा शॉप के पास बेसमेंट में खुले सैलून में एक पुरुष पेडिक्योर कराने आया था। न पेडिक्योर कराने वाले व्यक्ति ने मास्क पहना था। न सैलून में कार्यरत लोगों ने मास्क पहना हुआ था। यहां सैनिटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं मिली। मालीवाड़ा में एक सैलून खुला। वहां भी सुरक्षा उपाय नहीं अपनाए गए थे। कविनगर, लोहियानगर, राजनगर, शास्त्रीनगर में इजाजत मिलने के बावजूद सैलून नहीं खोले गए। कुछ सैलून संचालकों का कहना था कि उन्हें इजाजत मिलने की जानकारी नहीं थी। इस कारण सैलून नहीं खोला। कई संचालक मास्क, सैनिटाइजर और कटिग के लिए जरूरी सामान की व्यवस्था न होने पर सैलून नहीं खोल पाए। कुछ ने कर्मियों के गांव चले जाने के कारण काम शुरू नहीं किया। हरसांव गांव के पास एक सैलून खुला मिला, जहां कोरोना से बचाव के लिए किसी तरह का उपाय नहीं अपनाया गया था।

बाजारों में उड़ रहीं नियम की धज्जियां

आंबेडकर रोड, तुराबनगर, आरडीसी, डासना गेट से मालीवाड़ा चौक तक बाजार में ग्राहकों की भीड़ नजर आई। दुकान से सामान खरीदते वक्त ग्राहक शारीरिक दूरी का पालन करना भूल गए। प्रत्येक दुकान के बाहर शारीरिक दूरी का पालन करने का नोटिस चस्पा है। फिर भी ग्राहक नियम मानने को तैयार नहीं है। दुकानदारों ने बताया कि वह टोकते हैं तो ग्राहक बुरा मान जाते हैं। उनकी दुकान से चले जाते हैं। मुझे सोमवार से सैलून खोलने की इजाजत मिलने की जानकारी नहीं हो पाई थी। सोशल मीडिया पर मैंने पढ़ा था कि आठ जून से सैलून खुलेंगे। इस वजह से सैलून नहीं खोला गया।

- सिद्धार्थ, सैलून संचालक, आरडीसी

दुकानदार अपनी तरफ से नियमों का पूर्ण पालन कर रहे हैं। ग्राहक पालन करने को तैयार नहीं हैं। ज्यादा टोकते हैं तो वह दुकान से चले जाते हैं। ऐसे में बड़ी दिक्कत आ रही है।

- प्रीतमलाल, जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल

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