अब जिले के गांवों में होगा शत-प्रतिशत टीकाकरण

जागरण संवाददाता गाजियाबाद टीकाकरण को प्रभावी एवं तेज गति देने के लिए अब जिले के गांवों में शत-प्रतिशत लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई हैं। सीएमओ डा.भवतोष शंखधर ने बृहस्पतिवार को इस संबंध में पीएचसी सीएचसी प्रभारियों के साथ उप स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों को कड़े निर्देश जारी किए है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:32 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:32 PM (IST)
अब जिले के गांवों में होगा शत-प्रतिशत टीकाकरण
अब जिले के गांवों में होगा शत-प्रतिशत टीकाकरण

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: टीकाकरण को प्रभावी एवं तेज गति देने के लिए अब जिले के गांवों में शत-प्रतिशत लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई हैं। सीएमओ डा.भवतोष शंखधर ने बृहस्पतिवार को इस संबंध में पीएचसी, सीएचसी प्रभारियों के साथ उप स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों को कड़े निर्देश जारी किए है। उनके मुताबिक 161 ग्राम पंचायतों में तैनात आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को टीकाकरण में बेहतर प्रगति लाने को कहा गया है। सीएमओ का कहना है कि विशेष वैक्सीनेशन टीमें गांवों में तैनात कर दी गईं हैं। इन टीमों की निगरानी के लिए नोडल नामित कर दिए गए हैं। बता दें कि शहर के सापेक्ष गांवों में कम टीकाकरण हो रहा है। जिले में होगी आयोडीन की जांच : आइडीएसपी स्थित जिला पैथालाजी लैब में अब मलेरिया, डेंगू के साथ ही आयोडीन की भी जांच होगी। स्वास्थ्य विभाग की टीमें नमक के सैंपल एकत्र करेंगी और फिर लैब में जांच होगी। जिला सर्विलांस अधिकारी डा.आरके गुप्ता ने बताया कि अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों से 35 और शहरी क्षेत्र से 15 नमक के सैंपल लेकर लखनऊ भेजे जाते थे। इनकी जांच रिपोर्ट लंबित रहने से कार्रवाई नहीं हो पाती थी। बृहस्पतिवार को विश्व आयोडीन दिवस के मौके पर शासन स्तर से जिले में ही नमक में आयोडीन की जांच किए जाने को मंजूरी दे दी गई है। बिना आयोडीन वाला नमक खाने से अनेकर प्रकार के रोग होते हैं। आयोडीन की कमी से घेंघा, गर्भपात, शारीरिक विकास में रूकावट, मृत बच्चा पैदा होना, काम करने में थकान कमजोरी, विकलांगता, मंद-बुद्धि, बोनापन भेंगापन जैसे रोग हो सकते है। सॉल्ट टेस्टिग किट से नमक में आयोडीन की मात्रा की जांच की जा सकती है। सैंपल लेकर लैब में भी जांच हो सकती है।

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