उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में टीकाकरण केंद्र पर हंगामा, लोगों ने नर्स को मारा थप्पड़

दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले में टीका लगवाने आए लोगों ने हंगामा करने के साथ ही एक महिला स्टाफ नर्स को तमाचा मार दिया। मामला बिगड़ने पर गाजियाबाद पुलिस को बुलाना पड़ गया। बताया जा रहा है कि मामूली विवाद के चलते ऐसा हुआ।

By Jp YadavEdited By: Publish:Fri, 30 Apr 2021 02:25 PM (IST) Updated:Fri, 30 Apr 2021 02:25 PM (IST)
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में टीकाकरण केंद्र पर हंगामा, लोगों ने नर्स को मारा थप्पड़
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में टीकाकरण केंद्र पर हंगामा, लोगों ने नर्स को मारा थप्पड़

गाजियाबाद [मदन पांचाल]। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लोगों का धैर्य टूटने की भी खबरें सामने आ रही हैं। ताजा मामला दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले का है। यहां पर टीका लगवाने आए लोगों ने हंगामा करने के साथ ही एक महिला स्टाफ नर्स को तमाचा मार दिया है। मामला बिगड़ने पर गाजियाबाद पुलिस को बुलाना पड़ गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात काबू में किया। दरअसल, वैक्सीन अब कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कवच का काम कर रही है। ऐसे सर्वे आने के बाद टीका लगवाने वालों की भीड़ जुटने लगी है। केंद्रों पर पहले टीका लगवाने की होड में अव्यवस्थाएं फैलने लगी हैं। शुक्रवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शास्त्रीनगर में सुबह को टीकाकरण के लिए लंबी लाइन लग गई। इसी बीच स्टाफ नर्स दीक्षा डयूटी पर पहुंची और केंद्र में प्रवेश करने लगी तो भीड़ ने उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया। बताया कि वह स्टाफ नर्स है लेकिन लोगों ने एक नहीं सुनी। स्टाफ नर्स को धक्का देकर नीचे गिरा दिया गया। इसके बाद एक काली टी शर्ट पहने व्यक्ति ने स्टाफ नर्स को तमाचा मार दिया। घटना के बाद नाराज पूरा स्टाफ बाहर आ गया और टीकाकरण बंद कर दिया गया।

केंद्र की प्रभारी डॉ. दीप्ति यादव ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस के साथ ही मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी विश्राम सिंह भी पहुंच गए। मारपीट एवं हंगामा कराने वालों के खिलाफ लिखित में तहरीर दे दी गई। पुलिस की मौजूदगी में फिर से टीकाकरण शुरू किया गया।

प्रभारी ने बताया कि बाहर हंगामा करने के बाद कुछ लोगों ने केंद्र के भीतर पहुंचकर महिला स्टाफ के साथ बदतमीजी भी की। उनका कहना है कि ऐसे हालातों में विशेष टीकाकरण अभियान सफल होना मुश्किल है। कल से विशेष अभियान शुरू होना है। इसमें 18 वर्ष से 44 वर्ष के बीच के लोगों को भी टीका लगाया जाएगा।

chat bot
आपका साथी