Coronavirus Ghaziabad: कोरोना पीड़ित के शव को कब्रिस्तान में दफनाने का विरोध, जानें नोएडा और हापुड़ का हाल
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच आपके लिए अपने जिले के बारे में भी पता होना बेहद जरुरी है। यहां जाने नोएडा और हापुड़ का हाल
गाजियाबाद, जेएनएन। देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इस वक्त कोरोना का आंकड़ा देश में तीन लाख की संख्या पार कर चुका है। आपको घबराने की जरुरत नहीं है बस सावधानी बरतनी है। इसलिए देश और राज्य में कोरोना की जानकारी होने के साथ ही आपके लिए अपने जिले में भी कोरोना वायरस से संबंधित जानकारी होना बेहद जरुरी है। यहां जाने गाजियाबाद, हापुड़ और नोएडा का हाल।
- मुरादनगर के थाना क्षेत्र के गांव स्थित कब्रिस्तान में कोरोना संक्रमित का शव दफनाए जाने को लेकर गांव के लोगों ने विरोध करते हुए शिकायत की है। गांव के लोगों का कहना है कि कोरोना से संक्रमित शवों को दफनाने से गांव में बीमारी फैलने का खतरा पैदा हो सकता है। क्षेत्र के सहबिस्वा गांव के लोगों का कहना है कि कुछ दिन पूर्व देर रात एक एंबुलेंस में कुछ लोग गांव में आए थे, सभी ने पीपीई किट पहनी हुई थी। उन लोगों ने प्लास्टिक शीट से कवर एक शव को एंबुलेंस से निकाला और गांव के कब्रिस्तान में दफन कर दिया। उक्त घटना के बाद से गांव के लोगों में खौफ व्याप्त पैदा हो गया है। लोगों का कहना है कि इस प्रकार संक्रमित शव दफनाने से गांव में बीमारी फैल सकती है।
- हापुड़ में लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक-1 में भी जिम और हेल्थ क्लबों पर ताला लटका हुआ है। संचालकों की स्थिति खराब है। जिम संचालकों की मांग है कि अनलॉक-1 में जब सभी सेक्टरों को खोल दिया गया तो जिमों को भी खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। चाहे अन्य सेक्टरों की तरह उन पर भी शर्ते लागू की जाएं। जिले में 15 मार्च से जिमों को कोरोना संक्रमण के चलते बंद कर दिया गया था। संचालकों को उम्मीद थी कि अनलॉक-1 में जब दूसरे सेक्टरों को खोला जाएगा तो उन्हें भी राहत मिलेगी, मगर ऐसा नहीं हुआ। इन तीन माह में जिम संचालकों की स्थिति खराब हो गई है।
- राज्य सर्विलांस कार्यालय और जिला सर्विलांस कार्यालय की रिपोर्ट में लगातार अंतर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे जिले के मरीजों की कोरोना जांच करने से किनारा करना शुरू कर दिया है। सोमवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी एक संदिग्ध को शहर के निजी अस्पताल से बगैर कोरोना जांच के लौटा दिया। जिले में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। बॉर्डर से सटे गाजियाबाद, दिल्ली के लोग यहां उपचार के लिए पहुंचते हैं। इससे जिले में सैंपलिंग का दर व वायरस के फैलने का खतरा बढ़ गया है।