जिले में जगह-जगह जलता रहा कूड़ा, सोते रहे अधिकारी

जागरण संवाददाता साहिबाबाद एक तरफ ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू कराने के लिए

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 09:51 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 05:11 AM (IST)
जिले में जगह-जगह जलता रहा कूड़ा, सोते रहे अधिकारी
जिले में जगह-जगह जलता रहा कूड़ा, सोते रहे अधिकारी

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :

एक तरफ ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू कराने के लिए प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लोगों पर जुर्माना लगा रहा है। वहीं, दूसरी ओर सरकारी महकमों की लापरवाही से दिन भर कूड़ा जल रहा है। वसुंधरा सेक्टर सात में इंदिरापुरम थाने के पीछे मंगलवार को कूड़ा जलता रहा, अधिकारी सोते रहे। धुएं ने कई बहुमंजिला इमारतों में अपने आगोश में ले लिया। धुएं से लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया। वहीं, लोनी के ट्रानिका सिटी औद्योगिक क्षेत्र में कूड़े में आग लगने से लोग परेशान रहे।

वसुंधरा सेक्टर सात में इंदिरापुरम थाने के पीछे मंगलवार को दिन भर कूड़ा जलता रहा। यहां से उठ रहा धुआं वसुंधरा व इंदिरापुरम की सोसायटियों के फ्लैटों तक पहुंच रहा था। इससे लोगों का दम घुटने लगा। दिन भर लोग परेशान रहे। कई लोगों ने नगर निगम अधिकारियों को भी फोन कर कूड़ा जलने की शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नगर निगम, दमकल विभाग या अन्य किसी ने जल रहे कूड़े को बुझाने की जहमत नहीं उठाई। वसुंधरा सेक्टर पांच ओलिव काउंटी निवासी अंजना का कहना है कि धुआं उनके फ्लैट तक पहुंच रहा था, जिससे सांस लेने में परेशानी हो रही थी। यदि ऐसे ही लापरवाही जारी रही तो जल्द ही गाजियाबाद गैस का चैंबर बन जाएगा। वहीं, नगर निगम के जोनल प्रभारी सुनील राय का कहना है कि आवास विकास परिषद के खाली प्लाट पर झुग्गियां बसी हैं। झुग्गी वाले कूड़े में आग लगा देते हैं। आवास विकास परिषद के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इससे पूरा प्रशासन परेशान हैं।

वहीं, दिल्ली सहारनपुर रोड स्थित ट्रानिका सिटी औद्योगिक क्षेत्र के दो नंबर गेट के पास रोड किनारे कूड़े और झाड़ियों में मंगलवार शाम अचानक आग गई। अगरोला गांव निवासी नरेंद्र बंसल का कहना है कि कूड़े और झाड़ियों में आग लगने से धुआं उठ रहा था। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई। आस-पास के लोगों ने पानी डालकर आग बुझाई। आरोप है कि औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्ट्री संचालक कूड़े को रोड किनारे फेंक देते हैं। उप जिलाधिकारी खालिद अंजुम का कहना है कि फैक्ट्री एसोसिएशन के पदाधिकारियों से वार्ता कर कूड़े को खुले में न फेंकने का निर्देश दिया जाएगा।

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223 रहा गाजियाबाद का एक्यूआइ: जिले की आबोहवा में थोड़ा-थोड़ा सुधार हो रहा है। मंगलवार को गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 223 दर्ज किया गया। पांच दिन पूर्व गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर रेड जोन में पहुंच गया था। एक्यूआइ 320 से ऊपर पहुंचा था। प्रदूषण के स्तर में गिरावट से लोगों ने राहत की सांस ली है।

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