5जी नेटवर्क पर दूर से ही हो सकेगी रोबोटिक सर्जरी

हसीन शाह गाजियाबाद पश्चिमी देशों में डॉक्टर किसी दूसरे अस्पताल के मरीज की टेली रोबोि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Nov 2020 06:12 PM (IST) Updated:Mon, 16 Nov 2020 06:12 PM (IST)
5जी नेटवर्क पर दूर से ही हो सकेगी रोबोटिक सर्जरी
5जी नेटवर्क पर दूर से ही हो सकेगी रोबोटिक सर्जरी

हसीन शाह, गाजियाबाद : पश्चिमी देशों में डॉक्टर किसी दूसरे अस्पताल के मरीज की टेली रोबोटिक सर्जरी करने लगे हैं। भारत में भी कई अस्पतालों में टेली रोबोटिक आपरेशन किए जा रहे हैं। हालांकि यह अभी शुरुआती दौर है। 5जी नेटवर्क आने के बाद टेली रोबोटिक सर्जरी में क्रांतिकारी परिवर्तन आ जाएगा। टेली रोबोटिक उपकरणों को साइबर हमले से बचाने और सुचारु तरीके से चलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय दूर संचार संघ सिगापुर के इंजीनियरों ने गाजियाबाद स्थित एडवांस लेकर टेलीकाम ट्रेनिग सेंटर (एएलटीटीसी) के दस इंजीनियरों को आनलाइन प्रशिक्षण दिया है। बाद में ये इंजीनियर देश के डाक्टरों को तकनीकी प्रशिक्षण देंगे।

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5जी नेटवर्क पर कम जोखिम

5जी नेटवर्क पर टेली रोबोटिक सर्जरी करने में खतरा बहुत कम होगा। सेंटर के सहायक निदेशक केके यादव के मुताबिक 5जी पर डेटा एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में देरी नहीं होगी। यदि नेटवर्क कमजोर होता है तो यह जानलेवा हो सकता है। साथ ही इस नेटवर्क को साइबर अपराधियों से बचाना बड़ी चुनौती है। साइबर अपराधी इसमें घुसपैठ कर हादसा करा सकते हैं। साइबर हमले से बचने के लिए भारत में पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई है। तकनीक को बेहतर बनाने का दिया प्रशिक्षण

अंतरराष्ट्रीय दूर संचार संघ सिगापुर के इंजीनियरों ने एएलटीटीसी के मुख्य महाप्रबंधक एमके सेठ, प्रधान महाप्रबंधक सुभाष चंद्र, केके यादव, नीरज गुप्ता, अमित गर्ग, अभय गुप्ता, मनोज पांडवास, नितिन गर्ग, अजय कुमार, राहुल शर्मा को टेली रोबोटिक सर्जरी तकनीक को साइबर हमले से बचाने का प्रशिक्षण दिया। सुबह दस से दोपहर एक बजे तक 14 दिन आनलाइन चले इस प्रशिक्षण में इस तकनीक को और बेहतर बनाने का भी प्रशिक्षण दिया गया।

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क्या होगा फायदा

टेली रोबोटिक से दुनिया में कहीं से भी डाक्टर किसी अस्पताल में आपरेशन कर सकता है। आमतौर पर आपरेशन करने पर दो से चार डाक्टर, एक एनेस्थिसिया देने वाले डाक्टर, नर्स और ओटी टेक्नीशियन की आवश्यकता होती है। मगर टेली रोबोटिक आपरेशन करने में एक सर्जन, एनेस्थिसिया देने वाले डाक्टर व एक नर्स की जरूरत होगी। समय कम लगेगा। डाक्टर को आपरेशन थियेटर में आने की आवश्यकता नहीं होगी। छोटे शहरों में रहने वाले लोगों को इससे ज्यादा फायदा होगा। आपरेशन के दौरान गलती की गुंजाइश नहीं के बराबर होगी। मरीज को सर्जरी के बाद अस्पताल में कम समय के लिए रुकना पड़ता है, जिससे इलाज का खर्च भी कम हो जाता है।

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क्या है टेली रोबोटिक सर्जरी

फिलहाल रोबोटिक सर्जरी में 95 प्रतिशत कामयाबी है। एमके सेठ के मुताबिक कुछ ही समय में लगभग 100 फीसद कामयाबी के साथ आपरेशन किए जा सकेंगे। इस सर्जरी की सबसे बड़ी विशेषता यह है इसमें खून बहुत कम निकलता है। यह हृदय के आपरेशन और अन्य जटिल आपरेशन में बहुत कारगार है, जहां मानवीय जोखिम की आशंका ज्यादा होती है। आमतौर पर सिर और गर्दन की सर्जरी में बड़ा चीरा लगाने की जरूरत पड़ती है, लेकिन रोबोटिक सर्जरी में इसकी जरूरत नहीं होती। चार हाथ वाले रोबोटिक आ‌र्म्स पांच मिलीमीटर जैसी छोटी सी जगह तक पहुंच कर भी मुश्किल सर्जरी को सफलतापूर्वक और पूरी सटीकता के साथ पूरा करती है।

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अभी भारत में 5जी नेटवर्क पर टेली रोबोटिक सर्जरी नहीं हो रही है। 5जी नेटवर्क पर यह सर्जरी ज्यादा सटीक होगी लेकिन इसकी साइबर सुरक्षा जरूरी है। साथ ही नेटवर्क बेहतर तरीके से काम करे, इस संबंध में इंजीनियरों ने प्रशिक्षण लिया है। हम जल्द ही देशभर के डाक्टरों को इसका प्रशिक्षण देंगे।

एमके सेठ, मुख्य महाप्रबंधक, एएलटीटीसी

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